Jharkhand Assembly Election 2024: बरहेट सीट पर झामुमो का दबदबा, बीजेपी के लिए जीत की चुनौत

Jharkhand Assembly Election 2024: सभी पार्टियां तैयारियों में जुट गई हैं। झारखंड की सबसे चर्चित सीटों में से एक है बरहेट विधानसभा सीट, जहां से मौजूदा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चुनाव लड़ते हैं। इस सीट को झामुमो की सबसे सुरक्षित सीटों में से एक माना जाता है। बीजेपी के लिए यह सीट जीतना एक बड़ी चुनौती है।
अमित शाह की परिवर्तन यात्रा से बीजेपी की शुरुआत
बीजेपी ने अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में भोगनाडीह से परिवर्तन यात्रा की शुरुआत की थी। बीजेपी इस क्षेत्र में घुसपैठ और डेमोग्राफी चेंज जैसे मुद्दों को उठा रही है। हालांकि, यह देखना होगा कि ये मुद्दे चुनाव में कितना असर डालते हैं।
बीजेपी उम्मीदवारों पर चर्चा
बरहेट सीट के लिए बीजेपी में कई नामों पर चर्चा हो रही है। सिमन मालतो का नाम सबसे आगे है, जो पिछली बार भी इस सीट से उम्मीदवार थे। सिमन आदिम जनजाति से आते हैं और इस समुदाय की अच्छी खासी आबादी इस क्षेत्र में है, जिससे उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। इसके अलावा, रेणुका सोरेन और गमियाल हेमब्रम के नाम भी चर्चा में हैं। फिलहाल, बीजेपी ने अभी तक किसी नाम को फाइनल नहीं किया है।
हेमंत सोरेन और झामुमो की पकड़
बरहेट सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का दबदबा है। 1990 से अब तक इस सीट पर झामुमो का कब्जा रहा है। हेमलाल मुर्मू ने 1990, 1995, 2000 और 2009 में इस सीट से जीत दर्ज की थी। 2014 और 2019 में हेमंत सोरेन ने इस सीट से चुनाव लड़ा और विजयी हुए।
बरहेट सीट के राजनीतिक समीकरण
बरहेट विधानसभा सीट पर आदिवासी और मुस्लिम मतदाताओं का प्रभाव है। इस क्षेत्र में करीब 71 प्रतिशत संथाल और पहाड़िया आदिवासी और 10 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता हैं। झामुमो की इन दोनों समुदायों में गहरी पकड़ है, जिससे यह सीट झामुमो के लिए सेफ मानी जाती है।