Kailash Vijayvargiya: 9 साल तक महासचिव रहने के बाद कैलाश विजयवर्गीय ने दिया इस्तीफा
Kailash Vijayvargiya: मप्र सरकार के मंत्री और इंदौर-1 के विधायक कैलाश विजयवर्गीय ने बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव (महामंत्री) पद से गुरुवार दोपहर करीब 1.30 बजे इस्तीफा दे दिया। ट्वीट कर लिखा- आज मैं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा से मिला। हमारी पार्टी के सिद्धांत ‘एक व्यक्ति एक पद’ के अनुसार मैंने महासचिव पद से उन्हें इस्तीफा सौंपा। दरअसल, मोहन यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए जाने के बाद उन्होंने यह फैसला किया है। विभागों का आवंटन अभी नहीं हुआ है।
मध्य प्रदेश विकास की नई इबारत लिखेगा: कैलाश
अब विजयवर्गीय पूरी तरह प्रदेश की राजनीति में सक्रिय रहेंगे। विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा कि उन्हें अमित शाह और जेपी नड्डा ने देश के विभिन्न स्थानों पर संगठन को गढ़ने का काम दिया है।विजयवर्गीय ने कहा कि पार्टी ने उन्हें मध्य प्रदेश में नई भूमिका के लिए भेजा है। मुझे विश्वास है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश विकास की नई इबारत लिखेगा।
9 साल पहले बने थे महासचिव
कैलाश विजयवर्गीय को 9 साल पहले राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी मिली थी। तब वे मध्य प्रदेश सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री थे। तब इस्तीफा देकर वे केंद्र की राजनीति में गए थे। 9 साल बाद शीर्ष नेतृत्व ने विधानसभा चुनाव में टिकट देकर उनकी प्रदेश में वापसी के रास्ते खोल दिए। विजयवर्गीय इंदौर की एक नंबर विधानसभा सीट से विधायक है।राजनीतिक जानकारों की मानें तो भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल में कैलाश विजयवर्गीय को कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने के मूड में है। इसी लिए उन्हें मध्य प्रदेश विधानसभा का चुनाव लड़ाया गया था। वहीं कैलाश विजयवर्गीय और मुख्यमंत्री मोहन यादव की ट्यूनिंग भी सही बैठती है और वो पुराने साथी भी रहे हैं। कैलाश विजयवर्गीय का कहना है, मेरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश विकास की एक नई इबारत लिखेगा।