कानपुर नगर निगम की डिजिटल पहल: अब क्यूआर कोड से घर बैठे जमा करें हाउस टैक्स

उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में डिजिटल इंडिया की एक बड़ी झलक देखने को मिल रही है। अब यहां के लोग बिना नगर निगम के दफ्तर गए, घर बैठे क्यूआर कोड स्कैन करके हाउस टैक्स, वाटर टैक्स और सीवर टैक्स का भुगतान कर सकेंगे। यह सुविधा शहर के 5 लाख से अधिक उपभोक्ताओं के लिए शुरू की गई है और इसे नगर निगम की एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
अब हाउस टैक्स चुकाना होगा सिर्फ एक स्कैन दूर
नगर निगम ने निजी बैंकों से करार कर सभी 110 वार्डों में क्यूआर कोड लगाने की शुरुआत कर दी है। उपभोक्ताओं के घर के बाहर लगाए गए इस कोड को जैसे ही स्कैन किया जाएगा, संबंधित कर की जानकारी सामने आ जाएगी और चंद क्लिक में उसका भुगतान भी किया जा सकेगा।
नगर आयुक्त सुधीर कुमार के मुताबिक, इस व्यवस्था का मकसद लोगों को लाइन में लगने की झंझट से मुक्ति दिलाना और टैक्स कलेक्शन को तेज, पारदर्शी और डिजिटल बनाना है।
कचरा उठाने वाले वाहनों पर भी क्यूआर कोड से नजर
केवल टैक्स भरना ही नहीं, अब नगर निगम कचरा उठाने वाली गाड़ियों की निगरानी भी क्यूआर कोड के जरिए करेगा। हर मोहल्ले में जब सफाई की गाड़ी पहुंचेगी, चालक को वहां मौजूद क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा। इससे नगर निगम मुख्यालय में बैठे अफसर रियल-टाइम में जान सकेंगे कि किस इलाके में कूड़ा उठा और कहां नहीं।
नगर आयुक्त का कहना है कि "इससे पूरे सिस्टम में पारदर्शिता आएगी, और लोगों की शिकायतें काफी हद तक कम होंगी।"
क्यों खास है ये पहल?
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5 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को सीधा लाभ
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घर बैठे एक क्लिक में टैक्स भुगतान की सुविधा
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कचरा प्रबंधन में पारदर्शिता और जवाबदेही
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स्मार्ट सिटी मिशन को मिलेगा बल
यह योजना कानपुर नगर निगम के डिजिटल ट्रांजिशन की एक बड़ी मिसाल है, जो न केवल प्रशासन की जवाबदेही को मजबूत करती है बल्कि नागरिकों को भी सुविधा देती है।
कानपुर की यह नई व्यवस्था बताती है कि जब टेक्नोलॉजी और प्रशासनिक इच्छाशक्ति मिलती है, तो नागरिकों के जीवन को वाकई आसान बनाया जा सकता है। अब न लाइन में लगना, न परेशान होना—बस स्कैन करो और टैक्स भरो।
कानपुर के बाद, क्या अब देश के दूसरे शहर भी इस स्मार्ट पहल से कुछ सीखेंगे?