Kundarki By-Election 2024: सपा उम्मीदवार का आरोप, अल्पसंख्यकों को वोट डालने से रोका गया
Kundarki By-Election 2024: कुंदरकी से समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवार हाजी रिजवान ने हाल ही में हुए उपचुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली का गंभीर आरोप लगाया है। मतगणना से पहले उन्होंने दावा किया कि अल्पसंख्यकों को जानबूझकर वोट डालने से रोका गया। उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, "पूरी बहार लुट गई, अब सिर्फ फॉर्मेलिटी रह गई है।"
धांधली और वोटर दमन के आरोप
हाजी रिजवान ने सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय को चुनाव के दौरान दबाया गया। उन्होंने चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा, "अगर पांच फीसदी लोग भी यह कह दें कि उन्होंने वोट डाला है, तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा।"
रिजवान ने पुनः चुनाव कराने की मांग करते हुए कहा कि भाजपा सरकार और उत्तर प्रदेश पुलिस पर भरोसा नहीं किया जा सकता। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मौजूदा माहौल अल्पसंख्यकों के लिए पूरी तरह असुरक्षित है, जिससे निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं हैं।
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कुंदरकी: समाजवादी पार्टी का गढ़
कुंदरकी सीट पर सपा का हमेशा से मजबूत प्रभाव रहा है। यह सीट पहले डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क के नियंत्रण में थी, जिनकी क्षेत्र में गहरी पकड़ थी। 2022 के विधानसभा चुनाव में उनके पोते जियाउर्रहमान बर्क ने इस सीट से जीत हासिल की थी। डॉ. बर्क के निधन के बाद यह सीट खाली हो गई, जिससे उपचुनाव की जरूरत पड़ी।
निष्पक्ष चुनाव की मांग
हाजी रिजवान ने चुनाव आयोग से निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पुनः चुनाव कराने की अपील की है। उनका कहना है कि उचित कदम न उठाए गए तो लोकतांत्रिक प्रक्रिया में जनता का भरोसा कमजोर हो जाएगा।
कुंदरकी की राजनीतिक दिशा पर प्रभाव
धांधली के आरोप और पुनः चुनाव की मांग कुंदरकी की राजनीतिक स्थिति को प्रभावित कर सकती है। यह उपचुनाव न केवल सपा की ताकत की परीक्षा है, बल्कि चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर भी सवाल खड़े करता है।