UP: मदद नहीं मिली, पत्नी के शव को ठेले पर रख 50 KM चला मजबूर पति
UP के मऊ जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। गुलाबचंद्र नामक व्यक्ति को अपनी पत्नी का शव 50 किलोमीटर तक ठेले पर लेकर चलना पड़ा। मजदूर गुलाबचंद्र ने मदद की गुहार लगाई, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। इलाज के दौरान उनकी पत्नी का निधन हो गया था।
घटना का विवरण
गुलाबचंद्र, जिनकी चार संतानें अलग-अलग रहती हैं, अपनी बीमार पत्नी की देखभाल कर रहे थे।
बलिया के नगरा में इलाज के दौरान उनकी पत्नी की मौत हो गई। गुलाबचंद्र ने शव को घर ले जाने के लिए मदद मांगी, लेकिन किसी ने सहायता नहीं की।
मजबूरी में उन्होंने ठेले पर पत्नी के शव को रखा और 50 किलोमीटर दूर अपने गांव दादनपुर तक पैदल चले।
पुलिस की मदद और अंतिम संस्कार
घटना की जानकारी घोसी के पुलिस स्टेशन को मिली। स्टेशन इंचार्ज ने तुरंत शव को गांव तक पहुंचाने की व्यवस्था की और अंतिम संस्कार का पूरा खर्च उठाया।
घटना के पीछे की वजह
पत्नी के इलाज के लिए गुलाबचंद्र उसे नगरा लेकर गए थे, जहां लोगों ने उन्हें झाड़-फूंक कराने की सलाह दी थी।
तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी पत्नी को बचाया नहीं जा सका।
वित्तीय मदद और पारिवारिक सहयोग के अभाव में उन्हें यह कठिन यात्रा करनी पड़ी।
समाज के लिए सीख
यह घटना उन बुजुर्गों की दुर्दशा को उजागर करती है, जिन्हें उनके बच्चे उनके हाल पर छोड़ देते हैं। गुलाबचंद्र की कहानी इस बात की याद दिलाती है कि माता-पिता के प्रति बच्चों की जिम्मेदारी कितनी महत्वपूर्ण है।