India China Relations: क्या कजान में होगी सुलह? मोदी-जिनपिंग की मुलाकात पर सबकी नजरें

India China Relations: कजान में होने वाले 16वें ब्रिक्स समिट में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच संभावित मुलाकात को लेकर सभी की नजरें हैं। इस समिट में मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी होगी।
ब्रिक्स समिट का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी रूस के दो दिवसीय दौरे पर हैं, जहां वे ब्रिक्स समिट में हिस्सा लेंगे। यह समिट इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि मोदी और जिनपिंग एक ही मंच पर होंगे। पिछले कुछ वर्षों से भारत और चीन के बीच सैन्य गतिरोध चल रहा है, और यह मुलाकात तनाव को कम करने का एक अवसर हो सकती है।
गलवान से शुरू हुआ तनाव
2020 में गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद से भारत-चीन के रिश्ते खराब हो गए थे। इस झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हुए थे, जबकि चीन ने अपनी हताहत संख्या कम बताई थी। इस दौरान, दोनों देशों के बीच सीमा विवाद सबसे बड़ी समस्या रही है।
समझौते से उम्मीद
हाल ही में दोनों देशों के बीच पेट्रोलिंग प्वॉइंट्स को लेकर समझौता हुआ है, जिससे भारत की सेना को यहां फिर से पेट्रोलिंग करने की अनुमति मिलेगी। यह समझौता दोनों देशों के लिए एक नई शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
जियोपॉलिटिक्स में बदलाव
चीन के पश्चिमी देशों के साथ रिश्ते खराब होने के कारण भी उसे बैकफुट पर देखा जा रहा है। ऐसे समय में, जब मोदी और जिनपिंग एक ही छत के नीचे होंगे, यह उम्मीद जताई जा रही है कि उनके रिश्तों में जमी बर्फ पिघलेगी।