Sambhal Violence: जामा मस्जिद पर विवाद क्यों? कोर्ट के आदेश से पुलिस कार्रवाई तक, जानें हर सवाल का जवाब
Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई। चार घंटे तक चले बवाल में पत्थरबाजी और आगजनी हुई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए। इस मामले की अगली सुनवाई 29 नवंबर को स्थानीय कोर्ट में होगी, जहां सर्वे टीम अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।
हिंसा की वजह क्या थी?
यह विवाद कोर्ट के आदेश पर संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वे कराए जाने को लेकर शुरू हुआ। 19 नवंबर को एडवोकेट विष्णु शंकर जैन ने कोर्ट में दावा किया कि यह मस्जिद पहले हरिहर मंदिर थी। कोर्ट ने एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त कर मस्जिद का सर्वे कराने और उसकी वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी करने का आदेश दिया।
घटना के दिन का विवरण
सुबह का तनाव: एडवोकेट कमिश्नर रमेश राघव की अगुवाई में सर्वे टीम 26 नवंबर को सुबह 7 बजे मस्जिद पहुंची। सर्वे की खबर सुनकर वहां भीड़ जमा हो गई।
हिंसा भड़कना: 11 बजे सर्वे खत्म होने के बाद टीम बाहर निकल रही थी, तभी भीड़ ने उन्हें घेर लिया। पत्थरबाजी और वाहनों पर हमला शुरू हो गया। पुलिस ने आंसू गैस और प्लास्टिक बुलेट का इस्तेमाल कर स्थिति को संभालने की कोशिश की। भीड़ से गोली चलाने की खबरें भी आईं।
मृत्यु और हताहत: हिंसा में नईम, बिलाल, नौमान और मोहम्मद कैफ की मौत हो गई। दो की मौत देसी पिस्टल से हुई गोली लगने से हुई, जबकि अन्य की मौत के कारण की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से होगी।
संभल में मौजूदा हालात
सुरक्षा के उपाय: 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं, और स्कूलों को सोमवार तक बंद रखने का आदेश दिया गया है।
गिरफ्तारियां: पुलिस ने 21 लोगों को हिरासत में लिया है, जिनमें दो महिलाएं शामिल हैं। सीसीटीवी फुटेज की मदद से अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है।
आगे की प्रक्रिया
29 नवंबर को सर्वे टीम कोर्ट में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। प्रशासन ने हिंसा में शामिल लोगों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है और मुख्य दोषियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाने की बात कही है।