Sky Palazzo Gurgaon: धोखाधड़ी के आरोपों पर HRERA ने जारी किया नोटिस, 28 अप्रैल को सुनवाई तय

Sky Palazzo Gurgaon प्रोजेक्ट एक बार फिर सुर्खियों में है। Haryana Real Estate Regulatory Authority (HRERA) ने गुरुग्राम के सेक्टर 88B में चल रहे इस रियल एस्टेट प्रोजेक्ट को लेकर गंभीर शिकायतों के बाद नोटिस जारी किया है। सुनवाई की तारीख 28 अप्रैल निर्धारित की गई है। शिकायतकर्ताओं ने प्रोजेक्ट से जुड़े लोगों पर धोखाधड़ी, फर्जी कंपनियों के जरिए संचालन और गुमराह करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
Triveni Faridabad Allottee Association ने दर्ज कराई शिकायत
यह शिकायत Triveni Faridabad Allottee Association द्वारा दर्ज की गई, जिसमें कहा गया कि Sky Palazzo Project, जो M/s Fidatocity Homes Pvt. Ltd. द्वारा विकसित किया जा रहा है, निवेशकों को भ्रमित कर रहा है और इसके संचालन में पारदर्शिता नहीं है।
वकीलों की टीम ने की कार्रवाई की मांग
वरिष्ठ अधिवक्ता सुभाष सोलंकी के नेतृत्व में दर्जनों वकीलों की टीम ने RERA Gurugram अधिकारियों से मुलाकात की और प्रोजेक्ट के स्वामित्व ढांचे, कानूनी पारदर्शिता और इससे जुड़े व्यक्तियों के आपराधिक बैकग्राउंड को लेकर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
CM Window पर भी शिकायत, Madhur Mittal पर गंभीर आरोप
एक अन्य शिकायत CM Window पर भी दर्ज की गई, जिसमें Madhur Mittal को आर्थिक अपराधी बताया गया है। आरोप है कि वह Sky Palazzo Project को फर्जी कंपनियों और प्रतिनिधियों के जरिए चला रहा है। वह वर्तमान में सोने-चांदी की तस्करी के मामले में जमानत पर है और Customs Act, Section 135 के तहत Directorate of Revenue Intelligence (DRI) द्वारा केस चल रहा है। इसके अलावा, उन्हें पहले DTCP Haryana द्वारा नए लाइसेंस प्राप्त करने से प्रतिबंधित किया जा चुका है।
License No. 130/2024 को रद्द करने की मांग
शिकायतकर्ताओं ने License No. 130/2024 को तत्काल प्रभाव से रद्द करने की मांग की है, जो 10.84 एकड़ क्षेत्र में फैले प्रोजेक्ट के लिए जारी किया गया था। शिकायत में कहा गया कि जमीन के मालिकों में Baljeet Yadav और अन्य शामिल हैं, लेकिन असली संचालनकर्ता छुपे हुए हैं।
वेबसाइट से गायब हुए नाम, गहराया शक
प्रोजेक्ट की पूर्व वेबसाइट TrinityInfratech.in पर पहले Mukund Mittal और Riddhi Mittal को फाउंडर बताया गया था, लेकिन अब उनके नाम हटा दिए गए हैं। इससे प्रोजेक्ट पर संदेह और बढ़ गया है।
RERA Application में Proxies का इस्तेमाल?
शिकायत में कहा गया कि RERA application को Amit Kumar Sharma और Anil Sharma नामक दो व्यक्तियों द्वारा फाइल किया गया, जो Madhur Mittal के नजदीकी माने जाते हैं और Agra के रहने वाले हैं। यह दावा किया गया है कि वे केवल प्रॉक्सी के रूप में काम कर रहे हैं ताकि असली चेहरे को छुपाया जा सके।
नियामक निकायों से दखल की मांग
शिकायतकर्ताओं ने DTCP Haryana और Town & Country Planning Department से अपील की है कि वे हस्तक्षेप कर प्रोजेक्ट को रद्द करें और निवेशकों को सुरक्षा प्रदान करें। 28 अप्रैल को होने वाली सुनवाई में इस मामले का भविष्य तय हो सकता है।