पुलिस और एसओजी टीम के साथ लुटेरों की मुठभेड़, 5 बदमाश गिरफ्तार, वारदात का हुआ खुलासा
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में रविवार को पुलिस और लुटेरों के बीच मुठभेड़ हो गई। जिसमें दोनों तरफ से हुई फायरिंग में पुलिस ने जहां दो बदमाशों को घायल करते हुए तीन और अन्य बदमाशो को मौके से गिरफ्तार किया है तो वही गिरफ्त में आये इन पांचों लुटेरों के पास से पुलिस ने मौके से 19 दिसंबर को नगर में एक व्यापारी से हुई लूट के 20 लाख 10 हज़ार रुपये की नगदी ,ज्वेलरी ,लैपटॉप ,एटीएम कार्ड,और लूट में प्रयुक्त एक अपाचे मोटरसाइकिल ,एक थार कार एक पिस्टल ,दो तमंचे ,दो चाकू और कुछ कारतूस भी बरामद किए हैं।
19 दिसंबर को हुई थी लूट की वारदात
दरअसल आपको बता दे की 19 दिसंबर की रात नगर के एक व्यापारी दिनेश मित्तल के द्वारा नई मंडी कोतवाली में लिखित तहरीर देते हुए यह शिकायत की गई थी कि उसकी कार में टक्कर मारकर कुछ अज्ञात कर सवार बदमाशों द्वारा उसके साथ मारपीट और गाली गलौज करते हुए लूट की घटना को अंजाम दिया है।इस घटना को लेकर एसएसपी मुजफ्फरनगर संजीव सुमन के द्वारा इस मामले के खुलासे को लेकर कई टीमों को इसमें लगाया गया था। जिसके चलते आज मुखबिर की सूचना पर नई मंडी कोतवाली क्षेत्र स्थित नसीरपुर के जंगल में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई। जिसमें दोनों तरफ से चली गोली में दो बदमाश लव कुश और अनिल जहां पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए तो वहीं मौके से पुलिस ने तीन अन्य बदमाश मनीष, गोविंदा और निशु को भी गिरफ्तार किया है। जिनके पास से पुलिस ने लूटी गई 20 लाख 10 हज़ार रुपये की नगदी, ज्वेलरी ,एटीएम कार्ड और लूट में प्रयुक्त एक थार कार, एक अपाचे मोटरसाइकिल, एक पिस्टल ,दो तमंचे ,दो चाकू और कुछ कारतूस भी बरामद किए हैं।
सएसपी संजीव सुमन ने किया इस मामले का खुलासा
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने जहाँ घायल बदमाशों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया तो वहीं इसके बाद एसएसपी संजीव सुमन ने इस मामले का खुलासा करते हुए एक प्रेस वार्ता के माध्यम से मीडिया को जानकारी दी की 18/19 की रात्रि में एक व्यापारी मंड़ी से अपने दुकान को बंद करने के बाद चले तो उसके बाद एक थार ने पीछे से उन्हें टक्कर मारी एवं एक एक्सीडेंट का पिटेक्स दिखाकर उनको और-पोर किया गया और उस घटना को जब शाम को पुलिस को बताया गया तो लगभग डेढ़ 2 घंटे के बाद ये घटना बताई गई, उस घटना के बताने के बाद जब पुलिस में पूछताछ की तो व्यापारी गण का यह कहना था कि हमारे साथ कुछ नहीं हुआ बस मारपीट हुई है। गाड़ी में टक्कर लगी थी लेकिन जब मैंने एवं हमारे सीनियर ने पूछताछ कि तो इस बात पर मुत्महीम थे कि यह घटना महज मारपीट की नहीं है, पुलिस ढंग से इस घटना को अकाउंट करने में जग गई एवं उस दिन से ही बहुत अच्छा वर्क इस केस पर हुआ, हमने जब काम किया तो तीन-चार दिन बाद रियलाइस हुआ कि यह केस महज़ मारपीट का नहीं है और इस केस में कहीं ना कहीं कोई घटना की गई है, उसके बाद दोबारा व्यापारी गण एवं जो व्यापार मंडल के लोग हैं उन्हें बुलवाया गया एवं उन सब के सहयोग से वह व्यापारी खुलकर आए एवं उन्होंने इस बात को एक्सेप्ट किया कि उस गाड़ी में हमारे 28 लाख रुपए रखे थे और उनसे जब पूछा गया कि तुमने इस बात को क्यों नहीं बताया तो उनका यह कहना था कि सर मुझे डर था व पैसे हमारे लिए इंपॉर्टेंट नहीं थे लेकिन हमें यह डर था कि वो आगे हमें कुछ ना कर दे, इसमें फिर उन्हें कन्वेन्स किया गया तो फिर वो खुलकर पुलिस के सहयोग में आए एवं तब से हमने अपनी गतिविधियों को और तेज कर दिया और आज उस घटना का अनावरण हुआ है, उस घटना में टोटल 6 लोग इन्वॉल्व थे एवं 6 में से पांच लोग पकड़े गए हैं छठे ने घटना के चौथे दिन जाकर टीपी नगर में सरेंडर किया है, इस घटना के 28 लाख में से लगभग 20 लाख 10 हजार रूपये, एक लेपटॉप, क्रेडिट कार्ड यह सारी चीजे जो उनकी लूटी गई थी वह बरामद हुई है और जो पांच लोग पकड़े गए हैं ।
सभी आरोपी मेरठ के रहने वाले हैं
यह सभी के सभी लड़के मेरठ के है एवं एक लड़का जिसने रेकी की है वो हमारे यहां का जानसठ क्षेत्र का है और वह यहां पर दो-ढाई महीने पहले किसी व्यापारी के घर पर ही ड्राइवर रह चुका है तो इसलिए उसको सारी गतिविधियां व हर व्यापारी के पास कितना पेसा रहता है आदि चीजे उन्हें पता थी और इसीलिए मैं इनसे अपील कर रहा था क्योंकि व्यापार में बहुत सारे लोग इन्वॉल्व होते हैं व उनके पास बहुत फाइनेंसल डिटेल रहती हैं तो जब भी कोई हेवी केश लेकर मूव करें तो पुलिस को संज्ञानित करें और किसी को भी एडिशनल फोर्स प्रोवाइड करने के लिए हम हमेशा खुले हुए है, इस पूरी टीम में मेरठ एसोजी ने भी हमारी टीम की अच्छी हेल्प की है एवं हमारे घटना क्रम में उनका निरंतर सहयोग रहा है तो हम उनका और एसएसपी मेरठ साहब का भी बहुत बहुत धन्यवाद करते हैं।