Pahalgam Attack के बाद Pakistan ने Trump की Crypto कंपनी से किया समझौता

 
Pahalgam Attack के बाद Pakistan ने Trump की Crypto कंपनी से किया समझौता

पाकिस्तान ने हाल ही में एक ऐसी crypto कंपनी के साथ डील की है जिसमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति Donald Trump के परिवार की 60% हिस्सेदारी है। यह डील पहलगाम आतंकी हमले के कुछ ही दिनों बाद हुई है, जिससे भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है। इस डील को लेकर अब कई सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह सिर्फ एक टेक्नोलॉजी समझौता है या इसके पीछे कोई राजनीतिक खेल भी छिपा है।

Trump Family की Crypto कंपनी और Pakistan का समझौता

26 अप्रैल को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में World Liberty Financial (WLF) नाम की एक अमेरिकी crypto कंपनी और Pakistan Crypto Council के बीच एक बड़ा समझौता हुआ। इस कंपनी में Trump Family की 60 प्रतिशत हिस्सेदारी है। डील का मकसद पाकिस्तान में crypto, blockchain और DeFi टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देना बताया गया है।

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इस डील में ट्रंप के करीबियों के बेटे भी शामिल थे, जिनका इस्लामाबाद में शानदार स्वागत किया गया। इससे यह भी साफ हुआ कि पाकिस्तान इस डील को लेकर काफी गंभीर है।

Pahalgam Attack के बाद Crypto Deal पर उठे सवाल

22 अप्रैल को कश्मीर के Pahalgam में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी एक आतंकी संगठन ने ली, जो पाकिस्तान से जुड़ा माना जाता है। इस हमले के ठीक 4 दिन बाद पाकिस्तान की सरकार ने अमेरिका की crypto कंपनी से डील की, जिसमें Trump Family शामिल है।

इस बात को लेकर भारत में नाराज़गी देखी जा रही है। भारत का कहना है कि एक तरफ पाकिस्तान आतंकियों को समर्थन दे रहा है और दूसरी तरफ अमेरिकी नेताओं से जुड़ी कंपनियों से टेक्नोलॉजी में डील कर रहा है।

Crypto में आगे बढ़ना चाहता है Pakistan

पाकिस्तान ने हाल ही में Pakistan Crypto Council बनाई है, ताकि वो दुनिया की बड़ी crypto economies में शामिल हो सके। पाकिस्तान चाहता है कि वो crypto, stablecoin, और blockchain तकनीकों में निवेश लाकर अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाए।

इसके लिए पाकिस्तान ने Binance के फाउंडर CZ (Changpeng Zhao) को अपना सलाहकार भी बनाया है। लेकिन Pahalgam Attack और Trump Family की crypto कंपनी के साथ डील की टाइमिंग ने सब कुछ उलझा दिया है।

Donald Trump की मध्यस्थता की पेशकश पर भारत ने दिया जवाब

इस डील के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति Donald Trump ने कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान चाहें, तो वो बीच में आकर मामला सुलझाने में मदद कर सकते हैं। लेकिन भारत ने यह पेशकश ठुकरा दी और साफ कहा कि Kashmir भारत का अंदरूनी मामला है और किसी तीसरे देश की जरूरत नहीं है।

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