कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने की देश में राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा
Feb 16, 2022, 15:06 IST
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को कोविड स्वास्थ्य नियमों के खिलाफ ट्रक चालकों के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शन को समाप्त करने के लिए राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा करी. यह फैसला तब लिया गया जब जब कनाडा की पुलिस ने अमेरिका के साथ सीमा पार करने वाले 11 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया था. यह कनाडा के इतिहास में केवल दूसरी बार किया गया है कि इस तरह की आपातकालीन शक्तियों को लागू किया गया है. ट्रूडो ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "संघीय सरकार ने नाकाबंदी और व्यवसायों को संबोधित करने के लिए प्रांतीय और क्षेत्रीय क्षमता के पूरक के लिए आपातकालीन अधिनियम लागू किया है." प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि इस स्तर पर सेना को तैनात नहीं किया जाएगा, लेकिन अधिकारियों को प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करने और उनके ट्रकों को जब्त करने के लिए अधिक अधिकार दिए जाएंगे. साथ ही साथ विरोध प्रदर्शनों के वित्तपोषण पर प्रतिबंध लगाने के लिए कदम उठाये जायेंगे. https://twitter.com/iamurshashank/status/1493864569147588609 संघीय पुलिस ने कहा कि उन्होंने कॉउट्स, अल्बर्टा और स्वीट ग्रास, मोंटाना के बीच की सीमा पर राइफल, हैंडगन, बॉडी आर्मर और गोला-बारूद के साथ 11 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया. रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस ने एक बयान में कहा, "अगर नाकाबंदी को बाधित करने का कोई प्रयास किया गया तो पुलिस बल प्रयोग कर सकती है." कनाडा के ट्रक ड्राइवरों और उनके समर्थकों द्वारा विरोध प्रदर्शन बीते कई दिनों से चल रहा है. यह विरोध प्रदर्शन कोरोना के लिए अनिवार्य टीकों और सरकार की नीतियों के खिलाफ चल रहा है. इसे पूरी दुनिया भर से समर्थन मिल रहा है. अमेरिकी ट्रक ड्राइवरों ने इसी तरह की रैलियों पर विचार किया है. कार्रवाई के दबाव में पीएम ट्रूडो ने रविवार को ओटावा के ब्लॉकेड को समाप्त करने के प्रयासों पर एक विशेष संघीय प्रतिक्रिया समूह का गठन किया और अलबर्टा और मैनिटोबा में सीमा पार की नाकाबंदी करवाई. आपातकाल अधिनियम का इस्तेमाल पहले ट्रूडो के पिता, पूर्व प्रधान मंत्री पियरे ट्रूडो ने 1970 के अक्टूबर संकट के दौरान किया था. कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच सीमा पार करने के लिए अनिवार्य टीकों का विरोध करने वाले कनाडाई ट्रक ड्राइवरों के प्रधान से ही "फ्रीडम कॉन्वॉय" का सरकार विरोधी आंदोलन शुरू हुआ है. लेकिन इस आंदोलन की मांगों में अब सभी कोरोना संबंधी स्वास्थ्य उपायों को समाप्त करना शामिल है. कई प्रदर्शनकारियों के लिए, ट्रूडो की लिबरल सरकार को गिरना भी एक प्रमुख लक्ष्य बन चुका है. ट्रक ड्राइवरों को दुनिया भर में दक्षिणपंथी और वैक्सीन जनादेश विरोधियों के वर्ग के बीच समर्थन मिला है. यहां तक कि कई जगहों पर कोरोना संबंधी स्वास्थ्य उपायों को वापस लिया जा रहा है. बता दें कि जस्टिन ट्रुडो ने भारत में पिछले साल हुए किसान आंदोलन को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना की थी लेकिन आज उनके ही देश में ऐसा आंदोलन खड़े होने पर उनकी विश्व पटल पर घोर आलोचना हो रही है.