बुज़ुर्ग होती जनसंख्या से चीन हुआ परेशान, तीन बच्चे नीति को दी मंज़ूरी

 
बुज़ुर्ग होती जनसंख्या से चीन हुआ परेशान, तीन बच्चे नीति को दी मंज़ूरी

चीन में जनसंख्या वृद्धि दर को लेकर विशेषज्ञ लगातार चिंता जता रहे हैं. हाल ही में जारी हुए जनसंख्या वृद्धि के आंकड़ों के बाद चीन की चिंता और बढ़ गई. इन आंकड़ों के मुताबिक, चीन में पिछले साल जनसंख्या वृद्धि की दर 1960 के दशक के बाद सबसे कम रही है. इसे देखते हुए चीन ने अपने यहां अब फैमिली प्लानिंग में ढिलाई दे दी है.

चीनी सरकार की आधिकारिक घोषणा के बाद अब चीन दंपती तीन बच्चे पैदा कर सकेंगे. चीन की सरकारी मीडिया ने सोमवार को इसकी जानकारी दी. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के सोमवार को जारी बयान के मुताबिक पोलित ब्यूरो ने इस बात पर भी जोर दिया कि चीन सेवानिवृत्ति की उम्र में डिले के नियम को ठीक से लागू किया जाए. बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने की.

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बतादें 2016 में, चीन ने अपनी दशकों पुरानी एक बच्चे की नीति को समाप्त कर दिया था. चीन ने जनसंख्या विस्फोट को रोकने के लिए यह नीति लागू किया था. दो बच्चों की सीमा के साथ चीन में बच्चों के जन्म में निरंतर वृद्धि नहीं हुई. हालांकि चीन के शहरों में बच्चों की परवरिश की उच्च लागत ने कई जोड़ों ने इसे नहीं अपनाया.

पिछले साल 1961 के बाद सबसे कम बच्चों का जन्म

पूर्वी एशिया और यूरोप में छोटे परिवारों की ओर को प्राथमिकता दी जा रही है. चीन में अधिकांश परिवारों को दो बच्चे पैदा करने की अनुमति देने की पिछली छूट के बाद बर्थ रेट मे वृद्धि अल्पकालिक ही रही. कई पैरेंट्स आवास और शिक्षा की हाई कॉस्ट को इसमें एक फैक्टर बताते हैं. पिछले साल चीन में केवल 1.2  करोड़   बच्चे पैदा हुए थे, जो 1961 के बाद से सबसे कम संख्या है. 

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