China-Taiwan Conflict: तनाव के चलते चीन और ताइवान हुए आमने-सामने, युद्ध की तैयारी में जुटे जिनपिंग!
China-Taiwan Conflict: चीन और ताइवान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. ताइवान की राष्ट्रपति की अमेरिका विजिट से नाराज चीन ने युद्ध अभ्यास शुरू कर दिया है. चीन ने दूसरे दिन की मिलिट्री ड्रिल के दौरान ताइवान को 71 फाइटर जेट्स और 45 वॉर प्लेन से घेर लिया. इस पूरे ऑपरेशन को जॉइंट स्वॉर्ड नाम दिया गया है. चीन ताइवान पर कब्जे की फिराक में हैं. ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन के अमेरिका दौरे से बौखलाई चीनी सरकार ने ताइवान की घेराबंदी शुरू कर दी है. संकट की घड़ी में ताइवान भी अपनी सुरक्षा करने में जुटा है. ताइवानी सेना अमेरिका से खरीदे गए हथियारों, राडारों एवं अन्य सैन्य संसाधनों का सहारा ले रही है.
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि चीनी एयरफोर्स के कई विमानों ने सुबह से उनके देश के आस-पास से कई उड़ाने भरी हैं. समुद्र और हवाई हमलों के साथ चीन ने अपने भड़के हुए इरादे दुनिया को दिखा दिए हैं. मिलिट्री ड्रिल के बाद विशेषज्ञों ने तृतीय विश्व युद्ध की आशंका जताई है.
China-Taiwan Conflict के चलते चीन में हलचल तेज
चीन की सेना ने तीन दिनों की ड्रिल शुरू कर दी है. इस ड्रिल के तहत चीनी सेना ताइवान को घेरने का पूर्वाभ्यास कर रही है. चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के इरादे इस बार काफी खतरनाक लगते हैं. इस मिलिट्री ड्रिल को चीन ने ताइवान की सरकार के लिए 'कड़ी चेतावनी' करार दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की नौसेना के एक जहाज ने डेक से एक राउंड फायर किया. यह फायरिंग उस समय हुई जब चीन का यह जहाज ताइवान के सबसे करीब पिंग्टन द्वीप के पास गुजर रहा था.
चीन के पास आधुनिक हथियार हैं. PHL-191, ये आर्मी का लंबी दूरी का मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम है. 052C डिस्ट्रोयर, ये चीन की नेवी का मिसाइल तबाह करने वाली सिस्टम है. इसकी रेंज 8300 किलोमीटर की है. 054A फ्रिगेट, ये चीन की नेवी का मिसाइल वॉर शिप है. टाइप 22 मिसाइल बोट, ये मिसाइल बोट चीन ने 2004 में तैयार की थी. इसे चीन के तटीय इलाकों के निगरानी के लिए इस्तेमाल किया जाता था.
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