पाकिस्तान में चल रहा गृहयुद्ध, पुलिस झड़प में अब तक सैंकड़ो घायल; जानें क्या है मामला

 
पाकिस्तान में चल रहा गृहयुद्ध, पुलिस झड़प में अब तक सैंकड़ो घायल; जानें क्या है मामला

पाकिस्तान एक बार फिर से हिंसक झड़प की आग की लपटों से झुलसता नजर आ रहा है. पाकिस्तान की सड़कों पर बीते तीन दिनों से कट्टर इस्लामी पार्टी के समर्थक आतंक मचाए हुए हैं. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प की वजह से पाकिस्तान जंग का अखाड़ा बन चुका है और इस खूनी जंग में अब तक सात लोगों की मौतें हो चुकी हैं और सैकड़ों घायल हैं.

कट्टरपंथी कर रहे यह मांग

मालूम हो कि तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (Tehreek-i-Labaik Pakistan, TLP) पार्टी के समर्थक पैगंबर मोहम्मद का कार्टून प्रकाशित करने के मामले में फ्रांस के राजदूत को निष्कासित करने की मांग कर रहे हैं. उन्‍होंने राजदूत को निष्कासित करने के लिए इमरान खान सरकार को 20 अप्रैल तक का समय दिया था लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने सोमवार को पार्टी के प्रमुख साद हुसैन रिजवी को गिरफ्तार कर लिया. इससे नाराज टीएलपी ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था. इसी प्रदर्शनों में कई लोगों की मौत हुई है.

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समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कट्टर इस्लामी पार्टी के समर्थकों की गुंडई को देखते हुए पाकिस्तान ने तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के समर्थकों की लगातार तीसरे दिन कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ झड़प के बाद बुधवार को आतंकवाद अधिनियम के तहत उस पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय किया. इन झड़पों के दौरान सात लोगों की मौत हो चुकी है और 300 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. सड़कों पर लोगों को हुजूम दिख रहा है। सोशल मीडिया पर भी काफी ट्रेंड हो रहा है.

खाली कराई गई सड़कें

गृह मंत्री शेख राशिद ने पत्रकारों से कहा कि तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) को 1997 के आतंकवाद रोधी अधिनियम के नियम 11-बी के तहत प्रतिबंधित किया जा रहा है. उन्होंने कहा, 'मैंने टीएलपी पर प्रतिबंध लगाने के लिये पंजाब सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है' अहमद ने कहा कि बीते दो दिन में प्रदर्शनकारियों के साथ झड़पों में कम से कम दो पुलिस अधिकारियों की मौत हो चुकी है और 340 से अधिक घायल हुए हैं.

मंत्री शेख राशिद अहमद (Sheikh Rashid Ahmed) ने यह भी बताया कि सभी सड़कों को प्रदर्शनकारियों से खाली करा लिया गया है। यही नहीं प्रदर्शनकारियों को प्रमुख शहरों के मुख्य चौराहों से भी हटाया जा चुका है

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