G20 Summit 2023: अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन कल आएंगे भारत, जानिए क्यों अहम है उनका भारत दौरा
G20 Summit 2023: भारत में कल से जी-20 की बैठक होने वाली है अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन कल यानी 8 सितंबर को 3 दिन के दौरे पर भारत आ रहे हैं। ये राष्ट्रपति बनने के बाद उनका पहला भारत दौरा होगा। वो शाम को एयरफोर्स-1 से दिल्ली पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री मोदी भी उन्हें रिसीव कर सकते हैं। 8 सितंबर को बाइडेन PM मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे। पहले व्हाइट हाउस ने बताया था कि वो 7 सितंबर से दिल्ली के दौरे पर रहेंगे। अब व्हाइट हाउस ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया है कि वो अमेरिका से जर्मनी के रैम्स्टीन शहर जाएंगे। वहां से भारत आएंगे। इसके बाद 9-10 सितंबर को वो G-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। बाइडेन को दिल्ली के ITC मौर्या होटल में ठहराया जाएगा। बाइडेन की सुरक्षा के लिए अमेरिका की सीक्रेट सर्विस की टीम 3 दिन पहले ही भारत पहुंच चुकी है।
300 कमांडो के सुरक्षा घेरे में रहेंगे बाइडेन
बाइडेन सीक्रेट सर्विस के 300 कमांडो के सुरक्षा घेरे में रहेंगे। दिल्ली की सड़कों पर निकलने वाला सबसे बड़ा काफिला भी उनका ही होगा, जिसमें 55-60 गाड़ियां शामिल होंगी। बाइडेन के लिए दुनिया की सबसे सेफ कार ‘द बीस्ट’ को भी भारत लाया जा रहा है। इसी कार में बैठकर वो G-20 समिट के लिए जाएंगे।
बाइडेन का दौरा क्यों अहम
अमेरिका, रूस के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा डिफेंस पार्टनर है। भारत की हथियार खरीद में अमेरिका की हिस्सेदारी करीब 14% है। अमेरिका के साथ भारत का रक्षा व्यापार 21 अरब डॉलर यानी 1.56 लाख करोड़ रुपए पहुंच गया है। रूस-यूक्रेन जंग के बाद से चीन के साथ रूस के रिश्ते और भी मजबूत हो गए हैं।
रूस भारत का सबसे बड़ा हथियार सप्लायर है। 2020 में भारत ने अपने कुल हथियार का करीब 50% रूस से खरीदा था। हालांकि वैश्विक स्तर पर होते बदलावों को देखते हुए भारत डिफेंस के क्षेत्र में रूस पर अपनी निर्भरता कम करना चाहता है। वहीं अमेरिका भी भारत के सामने खुद को रूस के विकल्प या कुछ मायनों में उससे बेहतर दोस्त के तौर पर पेश करना चाहता है।
भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था
भारत वर्ल्ड GDP रैंकिंग में पांचवी सबसे बड़ी इकोनॉमी है। इसके अलावा भारत दक्षिण एशिया का सबसे ताकतवर देश भी है। ये इलाका दुनिया के सबसे प्रमुख बाजारों में से है, यानी बड़े देशों के फायदे के लिए बहुत जरूरी है। वित्त वर्ष 2022-2023 में भारत और अमेरिका के बीच बाइलैट्र्ल ट्रेड 128 बिलियन डॉलर पार कर चुका है। यानी इस अंतराल में भारत और अमेरिका ने 10 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का व्यापार किया। अमेरिका उन कुछ देशों में से एक है जिनके साथ भारत का ट्रेड सरप्लस है। यानी भारत अमेरिका को ज्यादा सामान बेचता है और वहां से कम सामान खरीदता है। 2021-22 में, भारत का अमेरिका के साथ 32.8 अरब डॉलर का ट्रेड सरप्लस था। भारत इस ट्रेड सरप्लस को बरकरार रखना चाहता है।