India and Indonesia: भारत-इंडोनेशिया का निवेश, व्यापार और विकास पर होगा जोर, द्विपक्षीय आर्थिक और वित्तीय संवाद की शुरुआत
India and Indonesia: इस साल भारत को जी-20 देशों की अध्यक्षता करने का मौका मिला है। इसको लेकर कई बैठकें हो चुकी हैं। इसी में से एक जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक से इतर भारत और इंडोनेशिया एक नई शुरुआत कर रहे हैं और दोनों देशों के बीच अब 'भारत-इंडोनेशिया के बीच आर्थिक और वित्तीय संवाद' की शुरुआत कर दी गई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और इंडोनेशिया की वित्त मंत्री मुल्यानी इंद्रावती ने इस विशेष वार्ता की शुरुआत की है। ये वार्ता दोनों देशों को और करीब लाने का काम करेगी, साथ ही आपसी सहयोग और वैश्विक मुद्दों की समझ को एक मंच पर लाने का काम करेगी।
भारत के डिजिटल भुगतान का बजेगा डंका
भारत और इंडोनेशिया के बीच होने वाला ये डायलॉग कई अहम मुद्दों को हल करेगा। इंडोनेशिया को ऐसे कामों में मदद करेगा भारत जिनमें बेहतर समाधान उपलब्ध है। जैसे कि डिजिटल भुगतान, विकास मैं भारत की अपनी विशेषता है। इंडोनेशिया भारत की ट्राइड एंड टेस्टेड सुविधा का उपयोग अपने यहां फाइनेंशियल इंक्लूजन के लक्ष्यों को पूरा करने में कर सकता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत ने 1991 में 'लुक ईस्ट पॉलिसी' की शुरुआत की थी, जो बाद में 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' में तब्दील हो गई। इसका असर ये हुआ कि इंडोनेशिया के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंध मजबूत हुए।
भारत के डिजिटल पेमेंट का बजेगा डंका
भारत और इंडोनेशिया के बीच होने वाला ये डायलॉग जहां कई अहम मुद्दों को हल करेगा. वहीं इंडोनेशिया को ऐसे कामों में मदद करेगा जिसमें भारत के पास बेहतर समाधान उपलब्ध है. जैसे कि डिजिटल पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर में भारत की अपनी स्पेशलिटीज है. इंडोनेशिया भारत की ट्राइड एंड टेस्टेड सुविधा का उपयोग अपने यहां फाइनेंशियल इंक्लूजन के लक्ष्यों को पूरा करने में कर सकता है।
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