Iran–Israel war: अमेरिका ने भेजे 30 फाइटर जेट, ट्रंप ने दिया सख्त संदेश, खामेनेई ने चेताया

ईरान और इजरायल के बीच जारी जंग ने अब वैश्विक तनाव को और अधिक बढ़ा दिया है। इस संघर्ष के छठे दिन ईरान ने इजरायल की राजधानी तेल अवीव पर हाइपरसोनिक मिसाइलों से जबरदस्त हमला किया। ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड ने पुष्टि की कि उन्होंने अत्याधुनिक फतह-1 मिसाइलों का इस्तेमाल किया।
दूसरी तरफ, इजरायल ने भी तेहरान पर जवाबी हमले शुरू कर दिए हैं। इजरायली वायु सेना ने तेहरान के कई इलाकों को निशाना बनाते हुए नए हवाई हमले किए। वहीं, अमेरिका ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अपने 30 फाइटर जेट पश्चिम एशिया की दिशा में रवाना कर दिए हैं।
अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर एक तीखा बयान जारी करते हुए कहा, "UNCONDITIONAL SURRENDER" यानी ईरान को बिना किसी शर्त आत्मसमर्पण करना होगा। उन्होंने ईरानी सुप्रीम लीडर अली खामेनेई पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह छिपा हुआ है लेकिन अमेरिका जानता है वह कहां है। ट्रंप ने चेतावनी दी कि नागरिकों और अमेरिकी सैनिकों पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
उधर, खामेनेई ने भी एक्स (पूर्व ट्विटर) पर जवाब देते हुए कहा, "The battle begins" और लिखा कि ज़ायोनी शासन के खिलाफ कोई रहम नहीं दिखाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि युद्ध के बावजूद ईरान पीछे नहीं हटेगा।
बीबीसी द्वारा सत्यापित उड़ान ट्रैकिंग डेटा के अनुसार, बीते तीन दिनों में अमेरिका से 30 सैन्य विमान यूरोप के लिए रवाना हुए हैं। ये सभी विमान फाइटर जेट्स और बमवर्षकों को हवा में ईंधन भरने वाले टैंकर हैं।
ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स का दावा है कि ऑपरेशन "ट्रू प्रॉमिस -3" के तहत 11वीं लहर में इजरायल पर कहर ढाया गया है और कब्जे वाले क्षेत्रों के आसमान पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया गया है।
इस दौरान, तेल अवीव और अन्य इलाकों में मिसाइल हमलों के बाद आग लगने और सायरन बजने की खबरें आई हैं। इजरायल फायर एंड रेस्क्यू सर्विस के अनुसार कई क्षेत्रों में खुले मैदानों में आग लग गई है।
इजरायली सेना ने तेहरान के डिस्ट्रिक्ट 18 में अलर्ट जारी करते हुए निवासियों से क्षेत्र खाली करने को कहा है। इसके बाद इजरायली वायु सेना ने राजधानी में एक नई हमले की लहर शुरू की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेहरान के पास मिसाइल निर्माण केंद्र और करज शहर में विस्फोट हुए हैं।
अमेरिकी सैन्य विश्लेषकों का मानना है कि ईरान अब पश्चिम एशिया में स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों को भी निशाना बना सकता है। अमेरिका ने USS Nimitz नामक विमानवाहक पोत को भी इस क्षेत्र में तैनात कर दिया है।
यदि अमेरिका युद्ध में प्रवेश करता है तो ईरान ने स्पष्ट कर दिया है कि वह होर्मुज जलडमरूमध्य में समुद्री बारूदी सुरंगें बिछाना शुरू कर देगा और अमेरिकी ठिकानों पर मिसाइल हमले कर सकता है।