ईरान-इजरायल जंग के बीच ट्रंप ने किया संघर्षविराम का ऐलान, लेकिन मिसाइल हमले जारी

हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान और इजरायल के बीच युद्धविराम की घोषणा कर दी है, लेकिन दोनों देशों के बीच मिसाइल हमले अब भी जारी हैं। मंगलवार सुबह ईरान ने तीन बैलिस्टिक मिसाइलें इजरायल पर दागीं, जिससे बीरशेबा शहर में तीन नागरिकों की मौत हो गई। इस हमले के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई।
इजरायल की इमरजेंसी सर्विस यूनाइटेड हत्ज़ाला ने बताया कि मृतकों के अलावा कई लोग घायल हुए हैं जिनका इलाज जारी है। राहत एवं बचाव दल घटनास्थल पर तैनात हैं और घायलों की तलाश में जुटे हैं।
इसी बीच, इजरायली सेना (IDF) ने घोषणा की कि अब लोग सुरक्षित स्थानों से बाहर आ सकते हैं, हालांकि कई इलाकों में अब भी चेतावनी सायरन बज रहे हैं। IDF ने कहा कि वे उन सभी जगहों पर राहत कार्य चला रहे हैं जहां ईरानी मिसाइलें गिरी हैं।
इजरायल के जवाबी हमले में ईरान के वैज्ञानिक की मौत
ईरानी मीडिया 'प्रेस टीवी' के मुताबिक, तेहरान में इजरायली हवाई हमले में देश के शीर्ष परमाणु वैज्ञानिकों में से एक, सेदिघी सबर की मौत हो गई है। माना जा रहा है कि 13 जून से जारी सैन्य टकराव में ईरान पहले ही कई वैज्ञानिक खो चुका है। सबर पर हमला राजधानी के फेरदौसी और वली असर क्षेत्र के पास हुआ।
ट्रंप का दावा: दोनों देशों ने एक साथ मांगी शांति
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर एक पोस्ट में कहा कि “ईरान और इजरायल लगभग एक साथ मेरे पास आए और बोले- 'शांति चाहिए'।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि अब मध्य पूर्व और पूरी दुनिया के लिए एक उज्ज्वल भविष्य की शुरुआत हो सकती है।
ईरान की प्रतिक्रिया: ट्रंप ने 'भीख मांगकर' कराया युद्धविराम
ईरानी सरकारी चैनल पर एक एंकर ने दावा किया कि अमेरिका, कतर स्थित अपने सैन्य बेस पर ईरानी मिसाइल हमले के बाद डर गया था और ट्रंप ने 'भीख मांगने' के अंदाज़ में ईरान से युद्ध रोकने की गुहार लगाई। एंकर ने कहा, “हमारी सेना की प्रतिक्रिया ने अमेरिका और इजरायल को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।”
हालांकि ईरान ने यह स्पष्ट नहीं किया कि संघर्षविराम कब से प्रभावी हुआ और क्या यह स्थायी रहेगा।