Pakistan का प्रोपेगैंडा फिर फेल, भारत ने UN में दिया करारा जवाब

 
Pakistan का प्रोपेगैंडा फिर फेल, भारत ने UN में दिया करारा जवाब

Pakistan: संयुक्त राष्ट्र महासभा के हालिया सत्र में पाकिस्तान ने एक बार फिर कश्मीर मुद्दा उठाते हुए शांति अभियानों के मुख्य एजेंडे से ध्यान भटकाने की कोशिश की। इस बार भारत की ओर से भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने सटीक जवाब देते हुए पाकिस्तान के झूठे प्रोपेगैंडा पर तीखी प्रतिक्रिया दी।

संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर पर भारत का मजबूत रुख

शांति अभियानों पर चर्चा के दौरान पाकिस्तान ने फिर से कश्मीर मुद्दा उठाने का प्रयास किया। इस पर भारत की ओर से सुधांशु त्रिवेदी ने जवाब देते हुए कहा, "पाकिस्तान एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र के उद्देश्य को भटकाने की कोशिश कर रहा है। जम्मू-कश्मीर हमेशा से भारत का हिस्सा था, है, और रहेगा।"

WhatsApp Group Join Now

त्रिवेदी ने इस बात पर जोर दिया कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के लोगों ने अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करते हुए नई सरकार चुनी है, जो क्षेत्र की प्रगति और भारत के लोकतांत्रिक ढांचे की पुष्टि करता है। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान को अपने झूठे प्रचार से बचना चाहिए, क्योंकि इनसे सच्चाई नहीं बदल सकती।"

पाकिस्तान के गुमराह करने वाले एजेंडे का पर्दाफाश

अपने भाषण में त्रिवेदी ने बताया कि पाकिस्तान का बार-बार UN मंच का दुरुपयोग करना उसकी अंतरराष्ट्रीय नियमों की अनदेखी को दर्शाता है। उन्होंने कहा, "इस मंच के सदस्य देशों के सम्मान में भारत अब पाकिस्तान के नियमों के उल्लंघन पर जवाब नहीं देगा।"

UN में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले 12 सांसदों में शामिल हैं त्रिवेदी

UN में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले 12 सांसदों में शामिल हैं त्रिवेदी

सुधांशु त्रिवेदी उन 12 भारतीय सांसदों में से एक हैं, जो UN के विभिन्न सत्रों में हिस्सा ले रहे हैं और कई वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श में योगदान दे रहे हैं। त्रिवेदी ने इस सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मजबूत विदेश नीति को दिया, जिसने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की सशक्त और सम्मानित छवि पेश की है।

वैश्विक मंचों पर भारत का बढ़ता प्रभाव

UN में भारत की यह प्रतिक्रिया कश्मीर पर उसके स्थिर रुख को दोहराती है और पाकिस्तान के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एक स्पष्ट संदेश देती है। भारत ने बार-बार पुष्टि की है कि जम्मू-कश्मीर उसका अभिन्न हिस्सा है, जिसका प्रमाण क्षेत्र की लोकतांत्रिक प्रगति में देखा जा सकता है।

मुख्य बिंदु

भारत का दृढ़ जवाब: भारत ने UN में कश्मीर मुद्दे को लेकर पाकिस्तान के भटकाव के प्रयास का सटीक प्रतिकार किया।
शांति अभियानों का सत्र: UN का यह सत्र शांति अभियानों पर केंद्रित था, जिसमें पाकिस्तान ने अप्रासंगिक मुद्दे उठाए।
जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रगति: त्रिवेदी ने जम्मू-कश्मीर के हाल के लोकतांत्रिक चुनावों को भारत के शासन का प्रमाण बताया।


 

Tags

Share this story