आतंक को पनाह दे रहे पाकिस्तान को बड़ा झटका! FATF की ग्रे लिस्ट में रहेगा
पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की मुश्किलें फ़िलहाल कम होने का नाम नहीं ले रही है. दरअसल अपनी जमीन पर आतंकी संगठनों को पनपने दे रहे पाकिस्तान को फाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स (FATF) की बैठक में लिए गए फैसले से अब एक और बड़ा झटका लगा है. बैठक में निर्णय लिया गया कि पाकिस्तान अभी भी ग्रे लिस्ट में रहेगा. इसके साथ ही खस्ता आर्थिक हालात का सामना कर रहे पाकिस्तान के लिए मुश्किलें और बढ़ गई है.
दरअसल, FATF ने जो रिपोर्ट तैयार की है, उसमें पाकिस्तान ने 27 कार्यबिंदुओं में से अबतक केवल 26 को ही पूरा किया है. पाकिस्तानी वित्त मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों ने इंटरनेशनल कोऑपरेशन रिव्यू ग्रुप (आईसीआरजी) की ऑनलाइन मीटिंग में पाकिस्तान की प्रगति की समीक्षा की है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान को 2018 के जून महीने में ही ग्रे सूची में डाला था. इसके बाद अक्टूबर 2018 और फरवरी 2019 में हुए एफएटीएफ के रिव्यू के दौरान भी पाकिस्तान को कोई राहत नहीं मिल पाई थी. एफएटीएफ की सिफारिशों पर पाकिस्तान काम करने में विफल रहा है. साथ ही बताया गया इसके दौरान भी पाकिस्तान में विदेशों से और घरेलू स्तर पर लगातार आतंकी संगठनों को आर्थिक मदद मिलती रही है.
क्या करता है FATF?
FATF ने मानक बनाए हैं जिनसे यह सुनिश्चित किया जाता है कि संगठित अपराध, भ्रष्टाचार और आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर सहयोग के साथ प्रतिक्रिया दी जाए. इसकी मदद से अथॉरिटीज अवैध नशीले पदार्थों, देह तस्करी जैसे कारोबार से जुड़े अपराधियों के पैसे को ट्रैक करती है. FATF बड़े स्तर पर बर्बादी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले हथियारों की फंडिंग रोकने के लिए भी काम करता है.
FATF मनी लॉन्डरिंग और आतंकी फाइनैंसिंग तकनीकों को रिव्यू करता है और लगातार नए मानक बनाता है जिससे नए खतरों से निपटा जा सके. इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित करता है कि इन मानकों का पालन किया जाए और ऐसे देशों की जिम्मेदारी भी तय करता है जो मानकों का पालन नहीं करते हैं.
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