BRICS 2023: मोदी-जिनपिंग की हुई मुलाकात, लद्दाख को लेकर आई अच्छी खबर
BRICS 2023: साउथ अफ्रीका में 15वीं ब्रिक्स समिट आयोजित हुआ। जिसके आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात हुई। दोनों नेताओं के बीच कुछ सेकेंड की बातचीत भी हुई। बाद में फॉरेन सेक्रेटरी विनय क्वॉत्रा ने कहा- मोदी और जिनपिंग इस बात पर सहमत हुए हैं कि लद्दाख में सैन्य तैनाती कम की जाएगी और तनाव कम किया जाएगा। इस बारे में बातचीत करने वाले दोनों देशों के अफसरों से इस प्रोसेस को तेज करने को कहा जाएगा।फॉरेन सेक्रेटरी ने आगे कहा- जिनपिंग से बातचीत में प्रधानमंत्री ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के अनसुलझे मुद्दे को उठाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सीमा पर शांति जरूरी है ताकि दोनों देशों के संबंध सामान्य रहें। इससे पहले नवंबर 2022 में PM मोदी और जिनपिंग ने इंडोनेशिया में हुई G20 समिट में सीमा विवाद पर बात की थी।
पूर्वी लद्दाख में तनाव का माहौल है
पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पास विवादित इलाके में भारत और चीन के जवानों के बीच तनाव कम नहीं हो रहा है। हालांकि, दोनों ही ओर से बातचीत के जरिए हालात को सामान्य करने की कोशिशें लगातार जारी हैं। दोनों तरफ सैनिक अपनी पोजिशन पर डटे हैं। चीन गलवान में बंकर बनाने के लिए भारी उपकरण ला रहा है।
कई बार दोनों देशों की सेनाओं में हुई झड़पें
पूर्वी लद्दाख की पैंगोंग झील
भारत-चीन के करीब 200 सैनिक आमने-सामने हो गए। भारत ने चीन के सैनिकों की मौजूदगी पर ऐतराज जताया। पूरी रात टकराव के हालात बने रहे। अगले दिन तड़के दोनों तरफ के सैनिकों के बीच झड़प हो गई। बाद में दोनों तरफ के आला अफसरों के बीच बातचीत के बाद मामला शांत हुआ।
उत्तरी सिक्किम में नाकू ला सेक्टर
भारत-चीन के 150 सैनिक आमने-सामने हो गए थे। आधिकारिक तौर पर इसकी तारीख सामने नहीं आई।गश्त के दौरान आमने-सामने हुए सैनिकों ने एक-दूसरे पर मुक्कों से वार किए। इस झड़प में 10 सैनिक घायल हुए। यहां भी बाद में अफसरों ने दखल दिया। फिर झड़प रुकी।
लद्दाख में चीन ने लड़ाकू विमान रवाना कर दिए
चीन ने लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर अपने हेलिकॉप्टर भेजे थे। चीन के हेलिकॉप्टरों ने सीमा तो पार नहीं की लेकिन जवाब में भारत ने लेह एयरबेस से अपने सुखोई 30 एमकेआई फाइटर प्लेन का बेड़ा और बाकी लड़ाकू विमान रवाना कर दिए। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हाल के बरसों में ऐसा पहली बार हुआ जब चीन की ऐसी हरकत के जवाब में भारत ने अपने लड़ाकू विमान सीमा के पास भेजे।