Spy Balloon: एक आदेश पर गिरा दिया गया जासूसी गुब्बारा, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने लिया एक्शन
Spy Balloon: अमेरिका में दिख रहे जासूसी बैलून को अमेरिकी सेना ने मार गिराया. राष्ट्रपति जो बाइडेन के आदेश के बाद यह एक्शन लिया गया. सेना ने इस तरह प्लान बनाया था कि बैलून का मलबा समुद्र में गिरे, जिससे आम लोगों को नुकसान न हो. समुद्र से बैलून का मलबा निकालने का काम शुरू कर दिया गया है.
सिर्फ एक मिसाइल दागकर अमेरिका ने इस स्पाई बैलून को अटलांटिक महासागर में गिरा दिया. साथ ही गुब्बारे के संवेदनशील मलबे को ढूंढ कर कब्जे में लेने के लिए एक टीम भी रवाना कर दी. इस गुब्बारे को गिराने से पहले तीन एयरपोर्ट को बंद करवा दिया गया था और एयरस्पेस भी बंद रहा.
Spy Balloon पर चीनी विदेश मंत्रालय ने क्या कहा था?
पेंटागन के ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने कहा था- हमें रिपोर्ट्स मिल रही हैं कि एक और बैलून लैटिन अमेरिका की तरफ से आ रहा है. हमारा अंदाजा है कि यह एक और जासूसी बैलून है, जो चीन का ही है. इसके बाद चीनी विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा था- चीन ने कभी किसी देश की सीमा या एयरस्पेस का उल्लंघन नहीं किया है.
तीन दिनों से ये गुब्बार अमेरिका के एयरस्पेस में देखा जा रहा था. अमेरिकी सेना द्वारा उस गुब्बारे की गतिविधि पर पैनी नजर रखी गई थी. राष्ट्रपति जो बाइडेन पर भी दबाव था कि वे उस गुब्बारे को नीचे गिराने का ऐलान करें. अब उस दबाव के बीच ही वो आदेश भी जारी हुआ और चीनी गुब्बारे को नीचे गिरा दिया गया.
बिगड़ सकते हैं चीन और अमेरिका के रिश्ते!
अमेरिका के आसमान में चीन का जासूसी बैलून आने से दोनों देशों के बीच डिप्लोमैटिक क्राइसिस, यानी कूटनीतिक संकट पैदा हो गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका के फॉरेन मिनिस्टर एंटनी ब्लिंकन ने चीन के दौरे को रद्द कर दिया है. वो रविवार से दो दिन के चीन के दौरे पर जाने वाले थे.
इसे भी पढ़ें: Russia Ukraine War: इस तारीख को रूस करेगा 5 लाख सैनिकों के साथ हमला, युद्ध को पूरा होने वाला है एक साल!