तालिबान ने सार्वजनिक माफ़ी का किया एलान, कहा- 'काम पर लौटे कर्मचारी, महिला न्यूज प्रेजेंटर से नहीं दिक्कत'
तालिबान के एक अधिकारी ने अफगानिस्तान (Taliban occupied Afghanistan) में सभी के लिए ‘आम माफी’ का ऐलान करते हुए महिलाओं से सरकार में शामिल होने की गुजारिश की हैं. इस्लामी अमीरात संस्कृति आयुक्त के सदस्य ईनामुल्लाह समनगनी (Enamullah Samangani) ने मंगलवार को अफगान के सरकारी टीवी पर यह टिप्पणी की जो अब तालिबान के कब्जे में है. उन्होंने कहा, इस्लामी अमीरात (Islamic Emirate) नहीं चाहता है कि महिलाएं पीड़ित हों.
सामान्य माफी की घोषणा
काबुल पर कब्जा करने के दूसरे दिन तालिबान ने देश के कर्मचारियों को फौरन काम कर लौटने को कहा है. इससे पहले सवाल उठ रहे थे कि आखिर तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में काम-काज कैसे होगा और सरकारी कर्मचारियों का क्या होगा? तालिबान देश में अलग सरकारी कर्मचारियों की नियुक्ति करेगा या फिर पुराने कर्मचारियों को ही काम करने की इजाजत देगा और अब तालिबान की तरफ से कर्मचारियों को एक साथ माफी देने की घोषणा की गई है.तालिबान ने कर्मचारियों को कहा है कि वो पूरे विश्वास के साथ दफ्तर आएं और काम करें.
महिला न्यूज प्रेजेंटर से नहीं कोई आपत्ति
बतादें, तालिबान अफगानिस्तान के लिए इस्लामी अमीरात का इस्तेमाल करता है. समनगनी ने कहा, सरकार का ढांचा पूरी तरह से साफ नहीं है, लेकिन हमारे तजुर्बे के आधार पर, इसमें पूर्ण इस्लामी नेतृत्व होना चाहिए और सभी पक्षों को इसमें शामिल करना चाहिए. उन्होंने लोगों से काम पर लौटने का आग्रह किया गया है. तालिबान ने कहा है कि टीवी चैनल पर महिला न्यूज प्रेजेंटर द्वारा खबर दिखाए जाने से इसे कोई आपत्ति नहीं है. यही वजह है कि टोलो न्यूज की महिला न्यूज प्रेजेंटर को न्यूज पढ़ते हुए देखा गया. दरअसल, तालिबान की सत्ता में वापसी के बाद से देश में भय का माहौल है.
तालिबान का नेशनल टीवी
इन सबके बीच अफगानिस्तान के न्यूज चैनल टोलो न्यूज के रिपोर्टर ने एक ट्वीट करते हुए दावा किया है कि तालिबान ने अपना नेशनल टीवी बनाया है. टोलो न्यूज के रिपोर्टर अब्दुल्लाह कमरी ने एक ट्वीट के जरिए कहा है कि ये अफगानिस्तान का नेशनल टीवी है. इस तस्वीर में तालिबानी नेताओं के लिबास में ही एक एंकर को न्यूज पढ़ते हुए दिखाया जा रहा है. वहीं बैकग्राउंड में इस्लामिक धार्मिक बातें लिखी हुई हैं.
ये न्यूज एंकर पारंपरिक न्यूज एंकर से बिल्कुल अलग दिख रहा है. इससे पहले तालिबान ने कंधार रेडियो स्टेशन को जब्त कर लिया था और रेडियो पर म्यूजिक बजाने पर बैन लगा दिया गया है. अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि अफगानिस्तान में टीवी पर फिल्म दिखाने की आजादी दी गई है या फिर फिल्मों को भी बैन कर दिया गया है.
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