ब्रिटेन की अदालत ने Wikileaks फाउंडर जूलियन असांजे का मामला भेजा गृह मंत्रालय को, अमेरिका को इस मामले में है तलाश

 
ब्रिटेन की अदालत ने Wikileaks फाउंडर जूलियन असांजे का मामला भेजा गृह मंत्रालय को, अमेरिका को इस मामले में है तलाश
एक ब्रिटिश अदालत ने बुधवार को विकीलीक्स (Wikileaks) के फाउंडर जूलियन असांजे (Julian Assange) का मामला ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल को भेज दिया, जो यह तय करेंगी कि गोपनीय अमेरिकी दस्तावेजों को जारी करने के लिए विकीलीक्स के संस्थापक को अमेरिका में प्रत्यर्पित किया जाना चाहिए या नहीं. यह एक प्रक्रियात्मक कदम है जो एक लंबे समय से चल रही है और हाई-प्रोफाइल कानूनी लड़ाई रही है. यह आदेश मध्य लंदन में एक सुनवाई में की गई थी, जो मार्च में ऑस्ट्रेलियाई मूल के असांजे को उनके प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील करने की अनुमति देने से इनकार करने के फैसले के बाद हुई थी. प्रत्यर्पण आदेश पर अब पटेल के हस्ताक्षर होने चाहिए, जिसके बाद जूलियन असांजे न्यायिक समीक्षा के जरिए फैसले को चुनौती देने की कोशिश कर सकते है. न्यायिक समीक्षा में एक न्यायाधीश शामिल होता है जो सार्वजनिक निकाय के निर्णय की वैधता की जांच करता है. विकिलीक्स द्वारा 2010 में हजारों गुप्त अमेरिकी फाइलें प्रकाशित करने के बाद, 50 वर्षीय जूलियन असांजे, अमेरिका में 18 आपराधिक आरोपों में वांछित है, जिसमें जासूसी कानून तोड़ना भी शामिल है. हालांकि वह किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार करते है. असांजे 2019 से दक्षिण-पूर्व लंदन की जेल में हैं और इससे पहले सात साल तक ब्रिटिश राजधानी में इक्वाडोर के दूतावास में रहे थे.

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