US Election 2024 का भारतीय बाजार पर असर, 20 साल में पहली बार भारी गिरावट
US Election 2024 का भारतीय शेयर बाजार पर बड़ा असर पड़ा है। 4 नवंबर को सेंसेक्स में 941.88 अंकों की गिरावट आई और यह 78,782.24 अंकों पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी में भी 309 अंकों की गिरावट दर्ज की गई और यह 23,995.35 अंकों पर बंद हुआ। बीते 20 वर्षों में अमेरिकी चुनाव के दिन भारतीय बाजार में इतनी बड़ी गिरावट कभी नहीं देखी गई। इस गिरावट से निवेशकों को 6 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
2024 की गिरावट: 20 सालों का रिकॉर्ड टूटा
अमेरिकी चुनाव के दौरान भारतीय शेयर बाजार का यह अप्रत्याशित रुझान पहली बार नहीं है, लेकिन इतनी बड़ी गिरावट पिछले 20 वर्षों में कभी नहीं देखी गई थी। 2004 से लेकर 2020 तक अमेरिकी चुनाव के दौरान भारतीय बाजार में उतार-चढ़ाव तो देखे गए, लेकिन ऐसी तबाही कभी नहीं हुई। इससे पहले 2020 में जब ट्रंप और बाइडेन के बीच मुकाबला हुआ था, तब भारतीय बाजार में उछाल देखा गया था।
2020 में उछाल, 2024 में गिरावट का कारण?
2020 में अमेरिकी चुनाव के दिन भारतीय शेयर बाजार में 1.26 फीसदी की तेजी देखी गई थी, लेकिन इस बार की अस्थिरता और गिरावट ने बाजार को हिला कर रख दिया। विशेषज्ञों के मुताबिक, 2024 के चुनाव में पहले से अधिक अनिश्चितता के कारण बाजार में यह गिरावट आई है।
पिछले अमेरिकी चुनावों में भारतीय बाजार का रुझान
2004: जॉर्ज डब्ल्यू बुश के सत्ता में लौटने की उम्मीद थी, और उस दिन सेंसेक्स 0.88% की बढ़त के साथ बंद हुआ।
2008: बराक ओबामा के आने की उम्मीद से सेंसेक्स में 2.84% की तेजी देखी गई।
2012: बराक ओबामा का दोबारा चुनाव, सेंसेक्स में मामूली बढ़त।
2016: डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने की आहट, सेंसेक्स में 0.48% की तेजी।
2020: ट्रंप-बाइडेन मुकाबले के बीच 1.26% की तेजी।
निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है यह बदलाव?
2024 के अमेरिकी चुनाव ने भारतीय निवेशकों को बड़े नुकसान का सामना करवाया है। भारतीय निवेशक इस गिरावट से सचेत हो रहे हैं कि अमेरिकी राजनीति का भारतीय बाजार पर गहरा असर हो सकता है। इस अस्थिरता से यह साफ है कि आने वाले दिनों में भी अमेरिकी बाजार से जुड़ी खबरों का भारतीय शेयर बाजार पर प्रभाव पड़ सकता है।
ये भी पढ़ें: 23 Year Old Jorawar Singh Death Canada: परिवार ने शव भारत लाने की लगाई गुहार