बाबा रामदेव की कंपनी अब इस नई मुसीबत में फंस गई, जाने क्या है माजरा
पतंजलि आयुर्वेदिक के संरक्षक योग गुरु बाबा रामदेव ने पूरे विश्व में भारत के आयुर्वेद का डंका बजाया हैं, रामदेव का दावा हैं की उनके हर तरह के प्रोडक्ट मानव जाति के लिए लाभदायक हैं। बाबा रामदेव ने बड़ी-बड़ी विदेशी कम्पनियों के सामने पतंजलि के प्रोडक्ट ला कर कम्पनियों को घुटने पर ला दिया हैं। लेकिन अब कुछ ऐसा हुआ की बाबा रामदेव ने शायद सोचा भी नहीं होगा कि कभी उन्हें शेयर बाजार की झंझट से भी दो-दो हाथ होना पड़ेगा। रुचि सोया के चक्कर में वे इन दिनों ऐसे फंसे हैं कि किसी से भी इसका निपटारा होता नहीं दिख रहा हैं।
बहरहाल अब सीधे मुद्दे पर आते हैं तो मामला ये है कि योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी रुचि सोया का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर यानी FPO तमाम कोशिशों के बाद भी लॉन्च ही नहीं हो पा रही हैं। खबरों के मुताबिक इसकी तारीख शायद और आगे बढ़ सकती हैं, कंपनी पिछले साल अक्टूबर में ही इसे लाना चाहती थी। लेकिन अभी तक कंपनी की योजना को अमल में नहीं लाया जा सका हैं। दरअसल, रुचि सोया अपने फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर के जरिए नए शेयर जारी करना चाहती हैं।
आइए जानते हैं पूरे माजरे के बारे में :-
तो मुद्दा यह है कि रुचि सोया के शेयरों की डिमांड इस समय कम हैं और इसी के चलते कंपनी FPO नहीं ला पा रही हैं। इससे बाबा रामदेव के लिए एक टेंशन खड़ी हो गई हैं। मसला यह है कि सेबी के नियमों के अनुसार, रुचि सोया को अपनी पब्लिक शेयरहोल्डिंग को 10 प्रतिशत से भी ऊपर ले जाना हैं।
लेकिन अभी कंपनी में पब्लिक शेयरहोल्डिंग 1.1 प्रतिशत तक की हैं। अब बाबा रामदेव की इस कंपनी के प्रमोटरों ने इसके लिए FPO का रास्ता चुना हैं। प्रमोटरों की प्लानिंग थी कि वे FPO से मिलने वाली रकम से बैंकों से लिया कर्ज चुका देंगे। लेकिन खबरों के अनुसार कंपनी के इश्यू के लिए डिमांड नहीं हैं।
कहा ये भी जा रहा हैं की अगर ये इश्यू नहीं आ पाया तो कंपनी सेबी के पास जमा अपने ज़रूरी दस्तावेज वापस भी ले सकती हैं। पिछले साल जून के महीने में कंपनी ने सेबी के पास अपने दस्तावेज जमा करा दिए थे, इसके बाद में इश्यू लाने के लिए उसे सेबी से उसे मंजूरी भी मिल गई थी। अब निवेशकों को लग रहा है कि रुचि सोया की वैल्यूएश ज्यादा हैं और इस वजह से वे कंपनी के FPO में दिलचस्पी ही नहीं दिखा रहे हैं।
कंपनियां अपने शेयर बाज़ार में पहली बार आईपीओ के जरिए बेचती ही हैं, लेकिन जब कोई कंपनी पहले से ही मार्केट में लिस्टेड होती हो तो फिर वह एफपीओ जारी कर अपने स्टॉक बेचती हैं। आप इसके जरिए किसी कंपनी के स्टॉक खरीद सकते हैं, हालांकि इसमें किसी कंपनी के बहुत मामूली 100 या 200 शेयर ही खरीदे जा सकते हैं।
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