Free Ration Scheme Update: सरकार ने दिया लोगों को नए साल का तोहफा, राशन कार्ड धारकों को इतने दिन तक मिलेगी ये सुविधा
Free Ration Scheme Update: गरीबों के कल्याण के लिए सरकार की ओर से कई कदम उठाए गए हैं.वहीं सरकार की ओर से कई स्कीम (PMGKY) भी गरीब वर्ग के लोगों के लिए चलाई जा रही है.कोई भूखा न सोए, इस उम्मीद से सरकार गरीब लोगों को फ्री राशन भी मुहैया करवा रही है.बता दें कि सरकार ने लोगो को नए साल का तोहफा देते हुए इसे 31 दिसंबर 2023 तक बढ़ाने का फैसला किया है.
क्या है ये Free Ration Scheme?
कोई भूखा न सोए, इस उम्मीद से सरकार गरीब लोगों को फ्री राशन भी मुहैया करवा रही है.ऐसे ही लोगों के लिए केंद्र सरकार की ओर से फ्री राशन स्कीम (PMGKY) चलाई जा रही है.बता दें कि मार्च 2020 में केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत कवर किए गए 80 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को अनाज मुफ्त प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PM-GKAY) की शुरुआत की गई थी. इस योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को प्रति व्यक्ति प्रति माह 5 किलो अनाज मुफ्त मिलता है.
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ये है नया अपडेट?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया। यह सुविधा 31 दिसंबर 2023 तक दी जाएगी। सरकार के इस निर्णय से खजाने पर दो लाख करोड़ रुपये का भारी बोझ आएगा, जिसे सरकार ने मंजूर कर लिया है। कैबिनेट के फैसले की जानकारी केंद्रीय खाद्य व उपभोक्ता मामले मंत्री पीयूष गोयल ने पत्रकारों को दी।
इतना बढ़ेगा खर्च
एक सवाल के जवाब में खाद्य मंत्री गोयल ने कहा कि दो योजनाओं की जगह अब इसे एक कर दिया गया है। राशन प्रणाली पर बांटे जाने वाले अनाज पर कुल सब्सिडी तकरीबन दो लाख करोड़ रुपये आने का अनुमान है, जिसे केंद्र सरकार वहन करेगी। यह भी ध्यान रहे कि फिर से कोविड की आशंका जताई जा रही है। उसके पहले ही सरकार ने बड़ा ऐलान कर दिया है।
इतने लोगों को मिलेगा फायदा
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत देश की दो तिहाई आबादी यानी 81.35 करोड़ लोगों को अति रियायती दरों पर अऩाज उपलब्ध कराया जाता है। इसके तहत राशन कार्डधारक उपभोक्ताओं को सस्ती दर की राशन दुकानों से जहां तीन रुपये प्रति किलो की दर से चावल, दो रुपये प्रति किलो की दर से गेहूं और एक रुपये प्रति किलो की दर से मोटा अनाज दिया जाता है।
इसमें प्रत्येक सामान्य उपभोक्ता को हर महीने पांच किलो की दर से अनाज बांटा जाता है, जबकि अंत्योदय वर्ग के उपभोक्ताओं को अनाज की यह मात्रा सात किलो प्रति व्यक्ति होती है। यानी प्रत्येक सामान्य परिवार को 25 किलो और अंत्योदय वर्ग के परिवार को 35 किलो अनाज दिया जाता है।
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