जानिए किसे मिली “टाटा संस” की ज़िम्मेदारी, फर्श से अर्श तक सफर
देश की सबसे पुरानी और भरोसेमंद टाटा ग्रुप ने अब एक ऐसे व्यक्ति को टाटा की ज़िम्मेदारी दी हैं जो कभी टाटा ग्रुप में इंटर्न करा करता था।आज वह इस ग्रुप का बॉस बनने जा रहा हैं। टाटा संस की जिम्मेदारी एक बार फिर से चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन को मिली गई हैं।दरअसल, टाटा संस बोर्ड ने एन. चंद्रशेखरन के चेयरमैन पद के कार्यकाल को अगले 5 साल के लिए फिर से बढ़ा दिया हैं।
एक समय वह भी था जब उन्होंने टाटा ग्रुप में एक बतौर इंटर्न जुड़ने थे। इंटर्न करने वाले चंद्रशेखरन के नाम पर रतन टाटा की मौजूदगी में ही सहमति मिली हैं। टाटा संस ने अपने एक बयान में कहा, की “11 फरवरी 2022 को हुई बैठक में टाटा संस के निदेशक और मंडल ने बीते पांच साल की समीक्षा की और कार्यकारी चेयरमैन एन चंद्रशेखरन की फिर से नियुक्ति का फैसला कर लिया गया।’’
टाटा ग्रुप के संरक्षक रतन टाटा ने कहां की बोर्ड की बैठक में विशेष आमंत्रित रतन टाटा ने एन. चंद्रशेखरन के नेतृत्व में टाटा संस की प्रगति, प्रदर्शन और उन्नति पर संतोष व्यक्त किया हैं। उन्होंने सिफारिश की कि एन. चंद्रशेखरन के कार्यकाल को आने वाले पांच साल की अवधि के लिए बढ़ा दिया जाए। इसी के बाद टाटा बोर्ड ने चंद्रशेखरन के कार्यकाल को 5 साल के लिए बढ़ाने की मंजूरी भी दे दी।
तो चलिए हम आपको बता दें कि चंद्रशेखरन एक इंटर्न सॉफ्टवेयर प्रोग्रामर के रूप में टीसीएस में शामिल हुए थे। इसके बार उनका करियर बढ़ता गया और सिर्फ 46 साल की उम्र में टाटा समूह के सबसे युवा सीईओ में से एक बन गए। टाटा संस के चेयरमैन चंद्रशेखरन के नेतृत्व में, टीसीएस ने साल 2015-16 में कुल 16.5 बिलियन डॉलर का बड़ा राजस्व अर्जित किया हैं।
भारत में सबसे बड़े निजी क्षेत्र के नियोक्ता और देश की सबसे मूल्यवान कंपनी के रूप में अपनी स्थिति और भी मजबूत किया हैं। टीसीएस को दुनिया भर में "बिग 4" सबसे मूल्यवान आईटी सेवा ब्रांडों में भी रखा गया हैं। चंद्र नाम से जाने जाने वाले लोकप्रिय चंद्रशेखरन ने टाटा संस की बागडोर को साल 2017 में संभाला था। जब टाटा ग्रुप का नेतृत्व संकट भरे दौर से जूझ रहा था।
उनके कार्यकाल का ज्यादातर हिस्सा उनके पूर्ववर्ती सायरस मिस्त्री से कानूनी लड़ाई में चला गया था। चंद्रशेखरन अक्टूबर साल 2016 में टाटा संस के निदेशक मंडल में आए थे और जनवरी 2017 में उन्हें इस ग्रुप का चेयरमैन बना दिया गया था। आधिकारिक प्रभार उन्होंने फरवरी साल 2017 में संभाल लिया था।
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