LIC Update: जानिए क्यों अपनी हिस्सेदारी बेचना चाहती हैं सरकार, लोगों का बरसों से हैं अटूट भरोसा

 
LIC Update: जानिए क्यों अपनी हिस्सेदारी बेचना चाहती हैं सरकार, लोगों का बरसों से हैं अटूट भरोसा

एलआईसी जीवन बीमा भारत की सबसे पुरानी बीमा कंपनी हैं, करोड़ों भारतीयों का इस बीमा कंपनी में खाता हैं। लेकिन अगर आपके पास भी एलआईसी की कोई पॉलिसी है तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी हैं। टॉप-10 बीमा कंपनियों में शामिल एलआईसी में केंद्र सरकार अपनी हिस्सेदारी बेचने का विचार कर रहीं हैं। केंद्र सरकार लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया में अपनी 5 प्रतिशत की हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रही हैं।

ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी हैं। लेकिन यह भी कहा गया हैं कि IPO के साइज और दूसरे कुछ केंद्र बिंदुओं पर अभी भी विचार-विमर्श चल रहा हैं और फाइनल होने से पहले इसमें किसी भी प्रकार के बदलाव की कोई भी संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता हैं। भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी जल्द ही IPO के लिए एक ड्राफ्ट पेपर जमा करने की तैयारी में हैं।

WhatsApp Group Join Now

एलआईसी का IPO देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होने वाला हैं। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार , केंद्र की सरकार के पास LIC के क़रीब 6.32 अरब शेयर हैं और यह इनमें से करीब 31.6 करोड़ शेयरों को IPO के जरिए बिक्री के लिए रखेगी। इस IPO में कोई भी फ्रेश इश्यू नहीं जारी किया जाएगा।

LIC Update: जानिए क्यों अपनी हिस्सेदारी बेचना चाहती हैं सरकार, लोगों का बरसों से हैं अटूट भरोसा
Source- Pixabay

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार , LIC अगले 1-2 दिनों में अपने IPO के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर जमा करने वाली हैं। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि IPO के साइज और दूसरे बिंदुओं पर विचार-विमर्श अभी भी जारी हैं और इनके डिटेल्स आखिरी समय में भी बदले जा सकते हैं।

LIC कंपनी की एम्बेडेड वेल्यू करीब 5.4 लाख करोड़ रुपये (72 अरब डॉलर) होने का अनुमान हैं। मीडिया रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से बताया कि शेयर की कीमत बुक-बिल्डिंग प्रक्रिया के जरिए ही तय की जाएगी। वहीं, मीडिया के ही एक दूसरे सूत्र ने बताया कि LIC के बोर्ड की शुक्रवार को बैठक होने वाली हैं, जिनमें इन फैसलों पर मुहर लगने की आकाँक्षा हैं।

इससे पहले गुरुवार दिन में यह खबर भी सामने आई थी कि LIC 11 फरवरी को अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्ट्स (DRHP) जमा करने वाली हैं। केंद्र सरकार ने अपनी कितनी हिस्सेदारी बेचने वाली हैं, इस बात का खुलासा DRHP दाखिल होने के बाद ही पता चलेगा। केंद्र सरकार ने यह फैसला किया हैं कि LIC के पॉलिसीहोल्डर्स के लिए इश्यू का कुछ हिस्सा रिजर्व भी रखा जाएगा। साथ ही साथ इस पर उन्हें कुछ छूट यानी डिस्काउंट भी दिया जाएगा।

यह भी पढ़े: अगर आप भी LIC के खाता धारक हैं, तो 25 मार्च से पहले करे ये काम

यह भी देखें:

https://youtu.be/ylI0SUZN008

Tags

Share this story