Personal Loan : पर्सनल लोन में चाहते है Balance Transfer का फायदा, तो करें यह काम

 
Personal Loan : पर्सनल लोन में चाहते है Balance Transfer का फायदा, तो करें यह काम

Personal Loan: ज़िंदगी कब किस तरफ मोड़ ले ले किसी को कुछ नही पता होता है, लेकिन फिर भी हम आपके जीवन की मंगलकामनाएं करते है। कभी-कभी आपातकालीन स्थिति में अचानक पैसों की जरूरत आन पड़ती है। अब ऐसी स्थिति में बहुत से लोग पर्सनल लोन Personal Loan लेने की तरफ बढ़ते हैं। तो आज हम आपको पर्सनल लोन से जुड़ी कुछ अहम नीतियों के बारे में बताएंगे।

Personal Loan लेते वक्त इन बात का रखें ध्यान

लेकिन आपको एक चीज का विशेष ध्यान रखना होगा। पर्सनल लोन Personal Loan लेने का सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि इसका रेट ऑफ इंटरेस्ट Rate Of Interest काफी अधिक होता है। जो सीधा आपकी आर्थिक जेब पर पड़ेगा। अगर लोन लेते वक्त आपका सिबिल स्कोर कम हो तो इंटरेस्ट का बोझ और ज्यादा बढ़ जाता है।

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क्या कोई बैंक या फाईनेंशियल कंपनी लोन देगी ?

कोई भी बैंक या फाइनेंशियल कंपनी लोन देने से पहले आपके सिबिल स्कोर को ज़रूर चेक करती है। इस लोन के माध्यम से ही पता चलता है कि लोन लेने वाले की क्रेडिट वैल्यू कैसी है। लोन लेने वाले व्यक्ति के ने पिछले समय में ठीक समय पर कर्ज़ चुकाया है की नही, यह सब कुछ देखकर ही वह लोन देंगे। अपने लोग को सही टाइम पर देता है या नहीं।

Personal Loan : पर्सनल लोन में चाहते है Balance Transfer का फायदा, तो करें यह काम
Image Credit: Pixahive

क्या है सिबिल स्कोर का गणित ?

अब आपको बताते है की अगर आपका सिबिल स्कोर 750 से ऊपर तक का रहता है। तो आपको आसानी से कम ब्याज दर पर Loan मिल जाता है। लेकिन, अगर आपका सिबिल स्कोर 750 से नीचे हैं तो फिर आपको लोन लेते समय ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही इसमें ज्यादा ब्याज दर का भी भुगतान भी करना पड़ता है।

पर्सनल लोन ट्रांसफर पर मिलेंगे यह फायदे :-

  1. बैलेंस ट्रांसफर तकनीक से आप पर लोन का बोझ कम हो जाता है, इसके साथ ही आपके हर महीने जमा की जाने वाली EMI भी कम हो जाती है।
  2. बैंक ग्राहकों को अपने बैंक से जुड़ने के लिए सस्ते लोन के ऑफर्स देते है।
  3. इससे लोन चुकाने में आसानी होती है।

इन बातों का रखना होगा ध्यान :-

  1. लोन ट्रांसफर का लाभ उठाने से पहले उसकी मंथली किस्त और अन्य चार्ज आदि की जानकारी जरूर लें।
  2. लोन की कैलकुलेशन और EMI की जानकारी सही तरह से लें।
  3. इसके साथ नये बैंक के रेट ऑफ इंटरेस्ट और पुराने बैंक का रेट ऑफ इंटरेस्ट को सही तरह से कैलकुलेट करें।

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https://youtu.be/AYWbDl2wpbE

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