Russia-Ukraine-Conflict: यूक्रेन के प्रतिबंध से क्या दुनिया में बढ़ जाएंगी “गेहूं” की कीमतें ?
Russia-Ukraine-Conflict : रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध की वजह से मध्य एशिया समेत कई देशों में गेहूं की तंगी हो सकती है। जिसकी वजह से दुनिया भर में गेहूं की कीमतों में आने वाले समय में तेजी आने की आशंका बन गई है। यूक्रेन की सरकार ने अब अपने देश की जरूरतें पूरी करने के लिये खाद्यान्नों और पशुओं के चारे के निर्यात पर रोक लगा दी है।
जिसकी वजह से यूक्रेन की सरकार का अब घरेलू जरूरतों को पूरा करने पर पूरा ध्यान केंद्रित रहेगा। यूक्रेन के इस फैसले की वजह से यूरोप एशिया और अफ्रीका के कई देशों में खाद्यान्न और दूध उत्पादों की कीमतो में भारी उछाल आने की आशंका बन गई है।Ukraine का दुनिया भर के खाद्यान्न उत्पादन में बड़ा हिस्सा है। जिसकी वजह से यह संकट छा सकता है।
रूस और यूक्रेन का दुनिया में कितना योगदान ?
रूस और यूक्रेन मिल कर पूरी दुनिया को एक तिहाई गेहूं की सप्लाई करता है। बांग्लादेश में क़रीब 75 प्रतिशत गेहूं की सप्लाई करता है। यूक्रेन से दुनिया भर में गेहूं Wheat खाद्य तेल, चारे इत्यादि काफी चीजों की सप्लाई होती है। संकट के साथ ही गेहूं, मक्का खाद्य तेलों की कीमतों में बढ़त देखने को मिल रही है। लेकिन इसके विपरीत भारत एक बेहतरीन विकल्प के रूप में मौजूद है।
Ukraine ने क्यों लगाया बैन
यूक्रेन की सरकार के कहा कि अभी वो रूस के हमले के बीच लोगों की जरूरत पूरी करने पर ध्यान दे रही है। इसी वजह से यह प्रतिबंध लगाया गया है। इस सप्ताह पेश किए गए कृषि निर्यात पर नए नियम के तरह बाजरा, चीनी, जीवित मवेशी, और मांस और कई अन्य उत्पादों के निर्यात पर रोक लगा दी गई है।
दुनिया के कई हिस्सों में छा सकती है महंगाई ?
प्रतिबंधों से यूरोप, अफ्रीका और एशिया के लोगों की खाद्य आपूर्ति पर खतरा बन गया है,ये लोग कई उत्पादों के लिये रूस और यूक्रेन से होने वाले निर्यात पर निर्भर हैं। फिलहाल संघर्ष की वजह से खाद्य कीमतों में तेजी से मिस्र और लेबनान जैसी जगहों पर खाद्य संकट उत्पन्न होने की आशंका बन गई है। जानकारों को आशंका है कि निर्यात प्रतिबंध वैश्विक खाद्य आपूर्ति पर बुरा असर डालेगा।
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