Sri Lanka: श्रीलंका में छाने लगा “आर्थिक संकट” भारत से मांगेगा राहत पैकेज

Sri Lanka: भारत अपने पड़ोसी देशों को हमेशा साथ लेकर चलता है. मुसीबत में अपने पड़ोसियों का साथ निभाने में भारत सबसे आगे रहता है. श्रीलंका में आर्थिक संकट (Sri Lanka Financial Crisis) श्रीलंका गंभीर विदेशी मुद्रा संकट से जूझ रही अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से वित्तीय सहायता मांगेगा.
IMF में पहुँचे श्रीलंका के वित्त मंत्री
श्रीलंका के वित्त मंत्री बेसिल राजपक्षे ने मंगलवार को आईएमएफ IMF से आर्थिक सहायता लेने के लिए मंजूरी दे दी है. वहीं वह भारत के साथ राहत पैकेज पर समझौते के लिए नई दिल्ली के लिए भी रवाना हो गए हैं. केंद्रीय कैबिनेट मंत्रिमंडल के प्रवक्ता रमेश पतिराना ने कहा, "वित्त मंत्री को कदम बढ़ाने और आईएमएफ IMF के साथ चर्चा करने के लिए मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है.
श्रीलंका पर आया था IMF का बयान
आईएमएफ IMF ने इस महीने की शुरुआत में कहा कि श्रीलंका की अर्थव्यवस्था 'गंभीर चुनौतियों' का सामना कर रही है. सार्वजनिक ऋण 'काफी उच्च स्तर' पर पहुंच गया है यानी की श्रीलंका पर क़र्ज़ा काफ़ी ज़्यादा हो गया है. जो अर्थव्यवस्था के लिये ठीक नहीं है, श्रीलंका आयात बिल का पेमेंट करने में भी विफल रहा है.

खाली हो गया श्रीलंकन मुद्रा भंडार
श्रीलंका का वर्तमान में विदेशी मुद्रा भंडार के कम होने के साथ अब और भी ज़्यादा गंभीर संकट के हालात पैदा हो रहे है और वहा की सरकार आवश्यक आयात के बिल का भुगतान करने में भी समर्थ नही है. इस बीच, वित्त मंत्री राजपक्षे भारत के साथ एक अरब डॉलर के नए राहत पैकेज पर हस्ताक्षर करने के लिए मंगलवार को भारत के लिए रवाना हो गए हैं.
भारत निभाएगा पड़ोसी धर्म
श्रीलंकाई वित्त मंत्रालय के मुताबिक भारत के साथ इस समझौते से मिलने वाले कर्ज सुविधा का उपयोग श्रीलंका मेंईंधन, खाद्य और दवाओं के भुगतान पर किया जाएगा. इससे पहले, पिछले महीने श्रीलंका ने इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) से 40,000 टन डीजल और पेट्रोल खरीदा था, ताकि विदेशी भंडार में कमी से उत्पन्न आर्थिक संकट के बीच तत्काल ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके.
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