Wheat Export : इस मुस्लिम देश को गेहूं निर्यात करेगा India, कई बड़े देशों का है लिस्ट में नाम
Wheat Export: रूस और यूक्रेन में चल रहे युद्ध की वजह से दुनिया के कई देशों में गेहूँ (Wheat) की कमी हो रही है. ऐसे में भारत दुनिया के लिए संकटमोचन बना है, भारत दुनिया के कई देशों को गेहूँ निर्यात करने जा रहां है. वाणिज्य मंत्रालय (Ministry Of Commerce) ने शनिवार को इस बात का ऐलान कर दिया है.
भारत सरकार की इन-इन देशों से चल रही है बातचीत
भारत (Egypt) को गेहूं का निर्यात (Wheat Export) शुरू करने के लिए अंतिम दौर की बातचीत कर रहा है. जबकि चीन, तुर्की और ईरान जैसे देशों के साथ गेहूं के निर्यात के लिए भारत सरकार की बातचीत चल रही है. एक आधिकारिक बयान (Official Statement) के अनुसार, भारत का गेहूं निर्यात अप्रैल-जनवरी 2021-22 के दौरान पहले से बढ़कर 1.74 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया है.
भारत सरकार ने आयोजित की बैठक
जो इससे पिछले साल की अवधि में केवल 34.02 करोड़ अमेरिकी डॉलर का था. निर्यात बढ़ाने के लिए की बैठख वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि APEDA ने हाल ही में उन देशों को निर्यात बढ़ाने के संबंध में प्रमुख हितधारकों की एक बैठक आयोजित की है, जिन्हें रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine-war) की वजह से ग्लोबल आपूर्ति श्रृंखला व्यवधानों के चलते बड़ी खेप भेजने की क्षमता है.
बैठक में APEDA के अध्यक्ष का आया बयान
एपीडा APEDA के अध्यक्ष एम अंगमुथु ने कहा, हम राज्य सरकारों और निर्यातकों, किसान उत्पादक संगठनों, ट्रांसपोर्टरों जैसे हितधारकों के सहयोग से गेहूं को निर्यात करने का बढ़ावा देने के लिए मूल्य श्रृंखला के निर्माण पर जोर दे रहे हैं. वैश्विक स्तर पर गेहूं निर्यात (Wheat Export) में भारत की हिस्सेदारी एक प्रतिशत से भी कम की है.
बांग्लादेश खाता है भारत का अनाज
बांग्लादेश (Bangladesh) को सबसे ज्यादा अनाज भारत ही निर्यात करता है. बंदरगाह अधिकारियों से गेहूं के निर्यात के लिए समर्पित टर्मिनलों की संख्या बढ़ाने को कहा गया है. भारत का गेहूं मुख्य रूप से पड़ोसी देशों में निर्यात होता है, जिसमें बांग्लादेश की सबसे ज़्यादा हिस्सेदारी है. इसके अलावा देश ने यमन, अफगानिस्तान, कतर और इंडोनेशिया जैसे नए गेहूं के बाजारों में प्रवेश किया है.
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