टेंशन! 5वीं -8वीं में इस बार पूरक परीक्षा नहीं, 4 लाख से ज्यादा बच्चे फिर देंगे सभी विषय का एग्जाम
मध्यप्रदेश में MP बोर्ड पैटर्न पर हुई 5वीं-8वीं की परीक्षा में 4 लाख 64 हजार 154 विद्यार्थी फेल हुए हैं। अचानक से पूरक परीक्षा के नियम बदल जाने के कारण सभी बच्चों को जून माह में दोबारा सभी विषयों की परीक्षा देनी पड़ेगी। मार्च में हुई परीक्षा के बाद फिर अगले माह उन्हीं विषयों की परीक्षा देने को लेकर छात्र-छात्राओं में तनाव है।
22.46 लाख बच्चों ने दी परीक्षा 17.82 लाख पास
मार्च माह में प्रदेश के 5वीं और 8वीं के 22 लाख 46 हजार 288 बच्चों ने परीक्षा दी थी। 79.33 फीसदी यानी 17 लाख 82 हजार 134 बच्चे पास हुए तो 20.66 प्रतिशत यानी 4 लाख 64 हजार 154 बच्चे फेल हो गए। 5वीं से ज्यादा आठवीं के बच्चे असफल रहे। 5वीं क्लास के 11 लाख 79 हजार 883 बच्चों ने परीक्षा दी। 97 हजार 701 बच्चे पास हुए तो 2 लाख 9 हजार 182 बच्चे परीक्षा उत्तीण नहीं कर पाए। वहीं 8वीं के 10 लाख 66 हजार 405 बच्चे परीक्षा में शामिल हुए। 8 लाख 11 हजार 433 बच्चे पास हुए तो 2 लाख 54 हजार 972 बच्चे फेल हुए हैं।
डिप्रेशन से जूझ रहे हैं बच्चे
बच्चे इस डिप्रेशन से जूझ रहे हैं कि इतने कम समय में फिर परीक्षा कैसे दे पाएंगे? फेल हो गए तो उन्हें दोबारा इसी क्लास में पढना पड़ेगा। 25 फीसदी बच्चों ने तो अगली क्लास की पढ़ाई शुरू कर दी थी। उन्हें यकीन नहीं है कि उन्हें सभी विषायों को दोबारा पढना पड़ेगा। 15 फीसदी बच्चों ने कहा कि हम सभी विषयों में तो फेल नहीं हैं। लेकिन पूरक परीक्षा नहीं होने के नियम के कारण हमें फिर सभी विषयों को दोबारा पढना पड़ेगा।
एक्सपर्ट ने कहा तनाव नहीं रिविजन शुरू करें
शिक्षाविद डॉ अभिषेक खरे ने कहा कि है बच्चों को तनाव नहीं लेना है और रिविजन करना है। स्ट्रैस आजकल लाइफस्टाइल का पार्ट बन गया है और हर कोई अलग अलग तरीके के तनाव को झेल रहा है. ऐसे में जरूरी है कि आप ये ना सोचें कि अकेले तनाव में हैं। दूसरी बात ध्यान रखें कि तनाव के बारे में जितना कम सोचेंगे उतना बेहतर होगा. इसके लिये जरूरी ये भी है कि अपने आप को बिजी रखें, जितना खाली वक्त होगा उतना नेगेटिव विचार दिमाग में आते हैं। हो सके तो खुद को किसी काम में एंगेज रखें।