बड़ा फैसला: अब साल 2023 तक Assistant Professor के पद पर भर्ती के लिए PhD नहीं होगी जरूरी
देश के लाखों छात्र-छात्राओं के लिए आज एक राहत भरी खबर आ गई है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने आज यानि बुधवार को एक बड़ा फैसला लिया है. कोरोना वायरस के कारण यूजीसी ने अब साल 2023 तक के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर (Assistant Professor) के पदों पर भर्ती करने के लिए पीएचडी की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है. यानि कि अब आप अगर असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर आवेदन करते हैं और आपने पीएचडी नहीं की हुई हैं तो भी आपको नौकरी दी जाएगी.
यूजीसी ने आज अपना आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि ‘विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर विश्वविद्यालयों के विभागों में सहायक प्रोफेसरों की सीधी भर्ती के लिए योग्यता के रूप में पीएचडी की अनिवार्यता के संबंध में तारीख को एक जुलाई 2021 से बढ़ाकर एक जुलाई 2023 करने का निर्णय लिया है'.आपको बता दें कि इस फैसले से लाखों लोगों को फायदा मिलने वाली है.
वहीं यूजीसी के इस फैसले का दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक एसोसिएशन (डूटा) के अध्यक्ष राजीव राय का कहना है कि विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में तदर्थ शिक्षकों के लिए यह फैसला बड़ी राहत देेने वाला है. दरअसल, दिल्ली विश्वविद्यालय ने 251 पदों पर रिक्तियों का विज्ञापन दिया है. जिसमें पीएचडी को अनिवार्य कर दिया गया था.
यूजीसी ने नेट की परीक्षा की तारीखों को बढ़ाया आगे
आपको बता दें कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Eligibility Test) ने यूजीसी नेट परीक्षा की तारीखों को भी आगे बढ़ा दिया है. इसके लिए अगर आपने आवेदन किया है तो आप इसकी ऑफिशियल वेबसाइट- ugcnet.nta.nic.in पर जाकर परीक्षा की सारी जानकारी हासिल कर सकते हैं. नोटिफिकेशन के मुताबिक यह परीक्षा 17 से 25 अक्टूबर के बीच में आयोजित कराई जाएगी.
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