AMU पर टूटा कोरोना का कहर, पिछले 18 दिनों में 34 प्रोफेसर्स की मौत
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) पर कोरोना की दूसरी लहर काल बनकर आई है. शनिवार को एएमयू विधि संकाय के डीन प्रोफेसर शकील समदानी की अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में कोरोना के इलाज के दौरान मौत हो गई. आपको बता दें कि पिछले 18 दिनों में यहां 34 कार्यरत प्रोफेसरों की कोविड-19 से मौत हो चुकी है.
शुक्रवार को एएमयू के लॉ फैकल्टी के डीन प्रोफेसर शकील समदानी की मौत के बाद एएमयू के हालातों को लेकर चिंताएं और भी ज्यादा बढ़ गई हैं.बतादें प्रोफेसर शकील समदानी ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की कार्यकारी समिति के सदस्य थे. गौरतलब है एएमयू के लॉ फैकल्टी के डीन का कोरोना से संक्रमित होने के बाद से अलीगढ़ के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में अब तक इलाज चल रहा था.
जीनोम टेस्टिंग के लिए भेजे गए दिल्ली
कोविड-19 से हुई इन मौतो के बाद एएमयू की वीसी तारिक मंसूर ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक को एक पत्र लिखा जिसमें उन्होंने बताया कि एएमयू में पिछले 18 दिनों में कोरोना से 16 सेवारत और 18 सेवानिवृत्त शिक्षक दम तोड़ चुके हैं.
अपने पत्र में उन्होने बताया कि ऐसी संभावना है कि एएमयू परिसर और आस-पास के इलाकों में एक विशेष वैरिएंट हो सकता है, जिसके कारण ये मौते हो रही हैं. उन्होंने विश्वविद्यालय और उसके आसपास के वातावरण में वायरस के स्वरूपों की जांच करने का अनुरोध किया.
उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में माइक्रोबायोलॉजी प्रयोगशाला से शहर में पाए जाने वाले स्वरूप के वायरल जीनोम अनुक्रमण को ट्रेस करने के लिए नमूने इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक एंड इंटीग्रेटेड बायोलॉजी प्रयोगशाला, नई दिल्ली में भेज रहे हैं.
ये भी पढ़ें: दायित्व एनजीओ और द वोकल न्यूज की पहल: पीएम मोदी के ‘बाल मित्रों’ ने कोविड टीकाकरण संदेश को बढ़ाया आगे