Joshimath Sinking: जोशीमठ के बाद अब कर्णप्रयाग के 50 घरों की फटी दीवारें, मकान छोड़ भागे लोग

 
Joshimath Sinking: जोशीमठ के बाद अब कर्णप्रयाग के 50 घरों की फटी दीवारें, मकान छोड़ भागे लोग

Joshimath Sinking: उत्तराखंड के चमालो स्थित जोशीमठ में भू-धंसाव और घरों में मोटी दरारें आने के बाद अब कर्णप्रयाग में 50 घरों की दीवारों में बीच से दरार आ गई हैं, जिसके कारण वह फट गई हैं. इस वजह से जनता दहशत में आ गई है. लोगों ने अपने मकानों को खाली कर दिया है और वह सुरक्षित स्थानों पर (जैसे रिश्तेदार या परिवार वालों के यहां) शरण ले रहे हैं, क्योंकि घर कब धंस या गिर जाए इसके बारे में कुछ भी अभी कहां नहीं जा सकता है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्थानीय लोगों ने प्रदेश सरकार से मदद की गुहार लगाई है. वही प्रभावित हुए लोगों ने बताया कि करीब दो दर्ज परिवार यहां से पलायन कर गए हैं, कुछ ही लोग यहां बचे हैं, जो कि मजबूरी में खुले आसमान के नीचे टेंट और तिरपाल डालकर रात गुजार रहे हैं. स्थानीय लोगों के मुताबिक कर्णप्रयाग के अप्पर बाजार वार्ड के भी तीस परिवारों को इस मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है.

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जानिए क्यों मची ये तबाही?

वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि हाल ही में सरकार ने मंडी के निर्माण कार्य के चलते खुदाई कराई थी. अनियमित तरीके से हुए निर्माण कार्य के चलते कर्ण प्रयाग क्षेत्र में भी तबाही का आलम बनने वाला है. हालात को देखते हुए सरकार ने सेना को भी सतर्क कर दिया है.

सेना को इमरजेंसी में सतर्क रहने की अपील

गढ़वाल मंडलायुक्त सुशील कुमार सिंह के मुताबिक भविष्य की स्थिति को देखते हुए इमरजेंसी में सेना को सतर्क रहने की अपील की गई है. उन्होंने बताया कि राहत कार्य चलाने और अन्य इलाकों में निगरानी के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) से भी मदद मांगी जा रही है. इसरो की मदद से मिलने वाली सेटेलाइट तस्वीरों से हालात पर नजर रखा जाएगा.

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