बच्चों की मदद के लिए हमेशा आगे रहने वाले एमपी के पीपी सर का निधन, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर जताया शोक

 
बच्चों की मदद के लिए हमेशा आगे रहने वाले एमपी के पीपी सर का निधन, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर जताया शोक

MP News: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व प्राध्यापक प्रो. पुष्पेन्द्र पाल सिंह का निधन हो गया। सोमवार देर रात उन्हें हार्ट अटैक आया, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बता दें कि वह ‘रोजगार और निर्माण’ अखबार के संपादक रहे हैं। प्रो. सिंह पब्लिक रिलेशन्स सोसायटी ऑफ इंडिया के मप्र चैप्टर के अध्यक्ष भी थे। वह अपने छात्रों के बीच ‘पी.पी. सर’ के नाम से मशहूर थे। साहित्यिक-सांस्कृतिक गतिविधियों से उनका गहरा लगाव था। उनके निधन की खबर से राजधानी के पत्रकारिता और साहित्‍य जगत में शोक की लहर व्‍याप्‍त है। आज दोपहर 12:30 पर भदभदा विश्रामघाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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सीएम शिवराज ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा, हिंदी पत्रकारिता जगत के लिए बड़ी क्षति। पुष्पेंद्र पाल सिंह मेरे लिए एक मित्र और परिवार की तरह थे, उनका असमय जाना मेरी व्यक्तिगत क्षति है। एक योग्य, सरल और कर्मठ व्यक्तित्व, जिन्हें जो भी जिम्मेदारी दी गई, उसे उत्कृष्टता के साथ उन्होंने पूरा किया। पुष्पेंद्र पाल सिंह जी अपने आप में पत्रकारिता का एक संस्थान थे, उन्होंने प्रदेश और प्रदेश के बाहर पत्रकारिता के अनेकों विद्यार्थी गढ़े। विद्यार्थियों के बीच 'पीपी सर' के नाम से प्रसिद्ध एक योग्य गुरु का जाना स्तब्ध कर गया। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत पुष्पेंद्र पाल सिंह जी को अपने श्री चरणों में स्थान और परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। वे अपने कार्यों और विचारों के माध्यम से सदैव हम सबके हृदय में रहेंगे।

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बच्चों की मदद के लिए हमेशा आगे रहे पीपी सर

अनगिनत छात्रों को उन्होंने पढ़ाई के अलावा उपयुक्त रोजगार पाने में बहुत मदद की। पुष्पेंद्र पाल सिंह (पी.पी. सर) बच्चों की मदद के लिए हमेशा खड़े रहते थे। कई बार उन्होंने विद्यार्थी के पास फीस के पैसे नहीं होने पर उन्होंने फीस भी भरी है। ऐसा कहा जाता है कि अगर कोई छात्र रात को 12 बजे इन्हें फोन करके कह दे कि मैंने आज खाना नहीं खाया तो वो खुद खाना लेकर छात्र के पास पहुंच जाते थे। पीपी सर सभी को सही सुझाव देते थे और हर संभव मदद करते थे।

पीपी सर भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में पत्रकारिता विभाग के विभागाध्यक्ष भी रह चुके हैं। वह 2015 में मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग में मुख्यमंत्री के ओएसडी नियुक्त हुए। उनके पास मध्य प्रदेश सरकार के सभी प्रकाशन की जिम्मेदारी थी।

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