Bihar: मुख्यमंत्री जी….आपके गांव के 'गोतिया-भाई' आतंक मचाये हुए, राज्य का पहला नरसंहार इन्हीं के जाति ने किया था
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बहुत दिनों के बाद जनता दरबार का आयोजन शुरू कर दिए हैं। इस दौरान एक युवक आए और मुख्यमंत्री को बोले, आप के नाम पर आपके जाति के लोग जमीन हड़पने का काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री उस युवक की बात पर कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दिए। और आवेदन कर्ता को अफसर के हवाले कर दिए।
बिहार में कुर्मी और दलित की लड़ाई ने इंदिरा गांधी को दिल्ली से बिहार बुला लिया था। कुर्मी! किस जाति से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आते हैं
आज तक न्यूज के मुताबिक धोखे से सिंधवा पासवान और उसके सैकड़ों लोगों को घर से बाहर निकाला गया। फिर सबके हाथ बांध दिए गए। फिर जुलूस की शक्ल में सबको गांव के बाहर ले जाया गया। वहां लगभग 400 एक खास दबंग जाति लोगों के सामने इन लोगों को गोली मारकर आग में झोंक दिया गया। 14 साल के एक बालक राजाराम ने आग से निकलने की कोशिश की तो उसे फिर से उठाकर आग में फेंक दिया गया।
बिहार का पहला नरसंहार जो पूरे दुनिया में खबर बना । लाख मना करने के बाद भी इंदिरा गांधी सर्विस प्लेन पकड़ के पटना पहुंच गई । साथ में थी प्रतिभा पाटिल । रास्ते में गाड़ी खराब हो गई । फिर पड़ोस के एक मंदिर के महंत का हाथी मोती को बुलाया गया । हाथी पर प्रतिभा पाटिल डरी और सहमी हुई थीं।
और फिर इसी 1977 से इंदिरा गांधी की भारतीय राजनीति में वापसी के रास्ते खुले । तब गुजरात से आने वाले श्री मोरारजी भाई देसाई प्रधानमंत्री होते थे ।