फटी जींस पहनी हुई समाजसेविका महिला 'बच्चों को क्या संस्कार सिखाएगी': सीएम तीरथ सिंह रावत
उत्तराखंड के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) आजकल अपने निर्णयों के साथ साथ बयानों को लेकर भी देश में चर्चा का विषय बने हुए हैं. हाल ही पीएम मोदी को श्री राम के साथ तुलना करने के बाद अब महिलाओं के वस्त्रों पर की गई टिपण्णी पर सीएम रावत ने एकबार फिर प्रदेश के सियासी माहौल को गर्मा दिया है. जिसके बाद विपक्ष सहित आम जनता भी सोशल मीडिया पर उनके इस बयान को लेकर लगातार हमलावार है.
दरसल सीएम रावत मंगलवार को बाल अधिकार सरंक्षण आयोग द्वारा बच्चों में बढ़ती नशे की लत, रोकथाम और पुनर्वास विषय पर आयोजित सम्मेलन में बोल रहे थे. सीएम तीरथ सिंह रावत ने बच्चों में नशे की प्रवृत्ति के लिए संस्कारों पर जोर देते हुए कहा कि बच्चा स्कूल से नहीं घर से संस्कार सीखता है. उन्होंने कहा कि बच्चा जो देखता है, वही करता है. सीएम यहीं नहीं रुके बल्कि उन्होंने पाश्चात्य सभ्यता पर तंज कसने शुरू किए तो फिर उनका पूरा भाषण इसी में उलझ कर रह गया.
उसके बाद जो उन्होंने जो कहा उसी को लेकर वो बीते दिन से लगातार देशभर में चर्चा का विषय बने हुए है, सीएम ने अपनी एक यात्रा का जिक्र करते हुए कहा 'मैं एक दिन हवाई जहाज से जयपुर से आ रहा था. मेरे बगल में एक बहनजी बैठी थीं. मैंने उनकी तरफ देखा नीचे बूट थे. जब और ऊपर देखा तो जींस घुटने से फटी हुई थी. दो बच्चे उनके साथ में थे. मैंने उस महिला से पूछा कि आप क्या काम करती हैं, तो उन्होंने कहा कि वे समाज सेविका हैं. सीएम ने ऐसे समाज सेवकों पर तंज कसते हुए कहा महिला एनजीओ चलाती हैं. समाज के बीच में जाती हैं. क्या संस्कार दोगे?
फटी जीन्स पहनना स्टेटस सिंबल हो गया
सीएम यहीं नहीं रुके, कहा कि पश्चिमी देश आज हमारा अनुकरण कर रहे हैं. ऋषिकेश में जाइए वहां विदेशी लोग योगा कर रहे हैं. उनका पूरा तन बदन ढका हुआ है और हम नंगा भाग रहे हैं. तीरथ सिंह रावत ने कहा फटी हुई जींस पहनना स्टेटस सिंबल हो गया है. सीएम का ये बयान भी जमकर ट्रोल हो रहा है और लोग अलग-अलग प्रकार से सोशल मीडिया पर अपने विचार दे रहे हैं.
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