एक दिन में 22 हज़ार केस आने से सरकारों के हाथ-पाँव फुले, केंद्र ने दी यह हिदायत
कोरोना का कहर रुकने का नाम ही नहीं ले रहा हैं, राजधानी दिल्ली में एक दिन के अंतराल में 51 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2,500 से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं। जिससे राज्य सरकार डगमगाती दिख रही हैं, कोरोना की दूसरी लहर के बीच ऑक्सिजन की कमी से भारी संख्या में मौत हुई थी। जिसके कारण देश-विदेश में भारत की बहुत किरकिरी हुई थी। अब ओमीक्रोन के नए वेरीयंट के चलते पूरे देश में कोरोना के मामले फिर बढ़ते दिख रहे हैं।
दिल्ली और मुंबई में आए दिन स्तिथि भयानक होती जा रही हैं।ओमीक्रोन के खतरे के बीच एक दिन में 22 हजार से ज्यादा नए मामले आने से सरकार अब और ज़्यादा सख्त होती दिख रही हैं। केंद्र सरकार ने इस मामले पर राज्यों को हिदायतें जारी की हैं। केंद्र सरकार ने शनिवार को राज्यों से अस्थायी अस्पताल बनाने और विशेष टीमें बनाने के लिए कहा गया हैं।
देशभर में शनिवार को पिछले 24 घंटों में 22,775 नए कोरोना के मामले सामने आए हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर डेटा इंगित करता हैं कि नई दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसी घनी आबादी वाले महानगरों में यह वेरीयंट बहुत तेज हाहाकार मचा रहा हैं। अब ओमीक्रोन के चलते कोरोना मामलों में सबसे तेज वृद्धि देखी जा रही हैं। भारत में पिछले साल जब कोरोना की भीषण लहर थी, तब नए मामलों की दैनिक औसत संख्या लगभग 400,000 थी।
फिर धीरे-धीरे कोरोना के मामलों में काफी गिरावट दर्ज की गई हैं। कई महीनों तक एक दिन में 10 हजार से कम केस ही सामने आए थे, जिससे सरकार रियायतें देने लगी थी। लेकिन अब फिर से मामले बढ़ने लगे हैं। अब, अधिकारियों और चिकित्सा विशेषज्ञों को डर है कि ओमीक्रोन के कारण तीसरी लहर आ सकती हैं। इसी के लिए सरकार अब राज्यों से तैयारियों पर जोर देने की बात कह रही हैं। केंद्र सरकार राज्यों को लगातार इसीलिए हिदायतें जारी कर रही हैं।
सभी मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को तेजी से उन्नत करने के महत्व पर फिर से जोर देना अनिवार्य है। केंद्र ने यह भी कहा कि मामले बढ़ने पर राज्य कोविड अस्पतालों से जुड़े होटल और अन्य आवासों को फिर से भी जोड़ने पर विचार कर सकती हैं।जैसे पहले भी हुआ हैं।
राजेश भूषण ने आगे कहा कि यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं कि सभी राज्य अपने होम आइसोलेशन प्रोटोकॉल और फील्ड स्तर पर इसकी निगरानी करें। भूषण ने राज्यों से यह भी सुनिश्चित करने का अनुरोध किया गया हैं, कि मौजूदा कोविड समर्पित स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे पर दोबारा गौर किया जाए और इसके तेजी से संचालन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाए।
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