Earthquake: तुर्की में भूकंप ने ऐसा कहर बरपाया है जिसके कारण बिल्डिंग तास के पत्तों की तरह ढहती ही चली गईं. इस त्रास्दी में अब तक मरने वालों की संख्या 5,000 तक पहुंच गई है और हजारों की संख्या में लोग घायल भी हुए हैं. वहीं ऐसे में सवाल आता है कि आखिर किन कारणों की वजह से इतना भयंकर प्रलय आता है? इससे पहले तुर्की से भी ज्यादा खतरनाक भूकंप कब आया था चलिए जानते हैं…
पहले आया था इससे भी जबरदस्त भूकंप
मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के मुताबिक 22 मई 1960 को चिली में पृथ्वी पर अब तक का सबसे बड़ा भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता 9.5 मापी गई थी. यह भूकंप सबसे खतरनाक और प्रलय वाला माना जाता है. फिर 28 मार्च 1964 को अलास्का में दूसरा सबसे जोरदार भूकंप आया था जिसमें तीव्रता 9.2 मापी गई थी. इन भूकंपों में कई सारे लोग मारे गए थे.
किन कारणों से आता है ऐसा प्रलय?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक धरती के नीचे 7 प्लेट्स होती हैं जो कि हमेशा बिना रुके चक्कर लगाती रहती हैं. जब ये प्लेटे आपस में बार-बार टकराती हैं तो इन प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं, जिसके कारण धरती के अंदर प्रेशर अधिक हो जाता है और प्लेट्स टूटकर बिखर जाती हैं. फिर इससे निकली हुई एनर्जी जमीन के अंदर से निकलने के लिए बाहर का रास्ता ढूंढती है जब ये बाहर आती है तो भूकंप आ जाता है.
4.9 से अधिक का भूकंप होता है खतरनाक
भूकंप अगर सामान्य रूप से आता है तो इसका खास असर नहीं देखने को मिलता है, लेकिन अगर 4.9 से अधिक की तीव्रता का भूकंप आता है तो उसे खतरनाक माना जाता है. इसके अलावा 6.0 से अधिक का भूकंप घर या कमजोर बिल्डिंगें गिराने सकता है. साथ ही 8 या उससे ऊपर के भूकंप तबाही मचा देते हैं, जो कि 100 सालों में कभी आ सकते हैं.
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