कन्या पूजन के नाम पर बच्चियों का अपहरण, बड़े शहरों में करते थे सौदा, गिरोह में दिल्ली की डॉक्टर भी शामिल
Crime News: भोपाल में क्राइम का ग्राफ कम होने का नाम नहीं ले रहा है। एक चौकाने वाला खुलासा फिर हुआ है। शहर के पीरगेट स्थित कर्फ्यू वाली माता मंदिर परिसर से शनिवार सुबह कन्या भोज के बहाने दो बच्चियों को अगवा करने वाले गिरोह से अहम खुलासे हुए हैं। गैंग के तार दिल्ली की एक फिजियोथेरेपिस्ट महिला डॉक्टर से जुड़ गए हैं, जिसे दोनों बच्चियां बेची जानी थी। भोपाल पुलिस को इस शातिर गैंग के पास से दो ऐसी बच्चियां भी मिली हैं, जो इनकी नहीं हैं। इनमें तीन महीने की एंजिल और ढाई साल की अकीरो शामिल हैं। इससे पहले भी ये गिरोह बच्चों की खरीद-फरोख्त कर चुका है। दिल्ली की महिला डॉक्टर इन दिनों गायनोकोलॉजिस्ट के तौर पर काम कर रही है, जो करीब 9 साल से इस धंधे में सक्रिय है। ये पैसे लेकर उन लोगों को बच्चे मुहैया करवाती है, जिनकी कोई औलाद नहीं है।
दिल्ली की एक महिला डॉक्टर भी शामिल
पुलिस के हाथ दिल्ली की महिला डॉक्टर की जानकारी तब लगी, जब दबिश के दौरान उन्हें इस गिरोह से दो मासूम बच्चियां और मिल गईं। -कोलार के इंग्लिश बिला स्थित मकान से इस गैंग के 5 सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। इनमें हरियाणा निवासी अर्चना सैनी, केरल निवासी लिव-इन पार्टनर निशांत रामास्वामी, अर्चना के बेटे सूरज, नाबालिग बेटी व सूरज की गर्लफ्रेंड लखनऊ की मुस्कान बानो शामिल हैं। पुलिस ने इन्हें मानव तस्करी समेत अन्य धाराओं में आरोपी बनाया है। पांचों एक जैसा बयान दे रहे हैं, इसलिए पुलिस का शक बढ़ गया। गिरोह को पकड़ने पर डीजीपी सुधीर सक्सेना ने भोपाल पुलिस को प्रशंसा-पत्र भी दिया है।
मानव तस्करी के साथ बच्चों के अंग बेचने की भी आशंका
अर्चना और निशांत ने पूछताछ में खुलासा किया है कि दिल्ली की फिजियोथेरेपिस्ट लंबे समय से उनके संपर्क में है। वह निःसंतान दंपतियों को बच्चे बेचती है। इन दिनों वह दिल्ली में बतौर गायनोकोलॉजिस्ट काम कर रही है। उसकी नजर उन बच्चों पर होती है, जो अवैध संबंध के बाद जन्म लेते हैं। अर्चना ने पुलिस को बताया कि वह काजल और दीपावली को दिल्ली की महिला डॉक्टर के हवाले करने वाले थे। इसके एवज में कितनी रकम मिलती इसका खुलासा नहीं हुआ है। हालांकिपुलिस का कहना है कि इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि इन बच्चों के अंग बेचे जाते रहे हों।
मर्सिडीज में चलते थे ताकि किसी को शक न हो
शनिवार सुबह मुस्कान और अर्चना की नाबालिग बेटी ने कर्फ्यू वाली माता मंदिर से दो बच्चियों को अगवा किया था। अर्चना अपने बेटे सूरज के साथ मर्सिडीज कार से थोड़ी दूर खड़ी थी। मुस्कान बच्चियों को ई-रिक्शा से लेकर रेतघाट आई और यहां से बच्चियों के साथ मर्सिडीज कार में सवार हो गई। तीनों बच्चियों को लेकर इंग्लिश विला कॉलोनी स्थित किराए के मकान में ले आए। यह मकान आरोपियों ने 10 दिन पहले ही किराए पर लिया है। इससे पहले गैंग निशातपुरा में रह रहा था।
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