कुंभ में बढ़ता कोरोना संक्रमण, निरंजनी अखाड़ा ने कुंभ स्थगित करने का लिया फैसला
हरिद्वार में कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते प्रसार के चलते पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी ने 17 अप्रैल को कुंभ मेला समापन की घोषणा कर दी है. अखाड़े के कुंभ मेला प्रभारी एवं सचिव महंत रविंद्रपुरी ने कहा कि कोरोना का प्रसार तेज हो गया है. साधु संत और श्रद्धालु इसकी चपेट में आने लगे हैं. निरंजनी अखाड़े के साधु संतों की छावनियां 17 अप्रैल को खाली कर दी जाएंगी. बाकी अखाड़ों को भी एहतियातन कदम उठाते हुए कोविड से बचाव के प्रति ध्यान देना चाहिए.
जानकारी के मुताबिक कोरोना की स्थिति को देखते हुए निरंजनी अखाड़े के बाद बाकी 5 सन्यासी अखाड़े भी कुंभ समाप्ति का ऐलान कर सकते हैं. हरिद्वार में कुंभ मेले का समय 30 अप्रैल तक है, लेकिन पिछले 5 दिन में यहां कोरोना के 2,167 मामले सामने आ चुके हैं. इसके बावजूद अधिकारियों का कहना है कि कुंभ मेला 30 अप्रैल तक चलेगा. लेकिन अब अखाड़े खुद ही कुंभ खत्म करने का ऐलान करने लगे हैं.
गौरतलब है कोरोना के चलते इस साल कुंभ का मेला जनवरी की बजाय 1 अप्रैल से शुरू किया गया था. केंद्र सरकार की गाइडलाइंस के मुताबिक स्थिति को देखते हुए इसका समय कम किया जा सकता है. लेकिन हरिद्वार के डीएम और कुंभ मेला ऑफिसर दीपक रावत ने बुधवार को कहा कि मेले का समय घटाने की कोई जानकारी नहीं है.
लाखों लोगों के जुटने पर उठ रहे थे सवाल
देश में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच कुंभ मेला जारी रखने पर सवाल भी उठ रहे हैं. देश में गुरुवार को कोरोना के 2 लाख नए मामले सामने आए. यह महामारी शुरू होने से अब तक एक दिन का सबसे बड़ा आंकड़ा है. उधर कुंभ में लाखों लोगों की भीड़ जुटी हुई है. बुधवार के शाही स्नान में 14 लाख लोग शामिल हुए थे.
महामंडलेश्वर की संक्रमण से जान गई
निर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर कपिल देव का बुधवार को कोरोना संक्रमण से निधन हो गया था. वह मध्यप्रदेश के चित्रकूट से कुंभ में शामिल होने के लिए हरिद्वार गए थे. पॉजिटिव होने के बाद से उनका देहरादून के कैलाश हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था. हॉस्पिटल मैनेजमेंट के मुताबिक, बुधवार को उनका निधन हो गया. कुंभ के दौरान संक्रमण से जान गंवाने वाले कपिल देव पहले बड़े संत हैं.
बतादें महाकुंभ में अभी तक अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी समेत करीब 12 संत संक्रमित आ चुके हैं. कई श्रद्धालु भी संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. अन्य अखाड़ों के संत भी संक्रमण की जद में हैं.
ये भी पढ़ें: सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश का पूरा स्टाफ आया कोरोना पॉजिटिव, खुद दी जानकारी