सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य जारी रखने के मामले में केंद्रीय मंत्री बोेले, पैसे की कमी नहीं है
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट (Central Vista Project) का निर्माण कार्य जारी रखने पर सरकार और विपक्ष के बीच तकरार तेज हो गई है. विपक्षा का कहना है कि सरकार इतना पैसा नए संसद भवन के निर्माण में न लगाकर वैक्सीनेशन में लगाए. वहीं इस पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी का कहना है कि केंद्र ने वैक्सीनेशन के लिए 35,000 करोड़ आवंटित किया है. वैक्सीनेशन के लिए पैसे की कमी नहीं है, पर्याप्त पैसा है.
केंद्रीय मंत्री का कहना है कि यह प्रोजेक्ट अगले ढाई से तीन सौ सालों के लिए है. उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट को तेजी से बढ़ाने के पीछे सरकार का मकसद है कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ नए संसद भवन में मनाई जाए. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से सेंट्रल विस्टा पर विपक्षी दलों द्वारा झूठी जानकारी फैलाई जा रही है. जिससे लोगों में गलत धारणा बनाकर पूरे देश को भ्रम में डाल दिया गया है जो कि दूर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि यह फैसला महामारी आने से पहले ही ले लिया गया था.
वैक्सीनेशन के लिए 35,000 करोड़ है आवंटित: हरदीप सिंह
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि कहा जा रहा है 20,000 करोड़ रुपये मरामारी के दौरान खर्च कर रहे हैं ये वैक्सीनेशन कार्यक्रम में लगाइए. केंद्र ने वैक्सीनेशन के लिए 35,000 करोड़ आवंटित किया है. वैक्सीनेशन के लिए पैसे की कमी नहीं है, पर्याप्त पैसा है.उन्होंने कहा कि वैक्सीन की उपलब्धता दूसरी बात है.
आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी की सरकार का यह महात्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है. सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत एक नए संसद भवन और नए आवासीय परिसर का निर्माण किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट की घोषणा सितंबर 2019 में कर दी गई थी. इसके बाद 10 दिसंबर 2020 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस परियोजना की आधारशिला रखी थी.
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