वायुसेना ने लद्दाख में बनाया दुनिया का सबसे ऊंचा ‘Mobile Air Traffic Control Tower', देखें

 
वायुसेना ने लद्दाख में बनाया दुनिया का सबसे ऊंचा ‘Mobile Air Traffic Control Tower', देखें

भारतीय वायु सेना (IAF) ने एक और नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए लद्दाख में दुनिया का सबसे मोबाइल एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावरों (mobile air traffic control tower) में से एक का निर्माण कर दिया है. बतादें, न्योमा के एडवांस लैंडिंग ग्राउंड में यह एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर का निर्माण किया गया है, ये पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में चल रहे फिक्स्ड विंग विमानों और हेलीकॉप्टरों के संचालन को नियंत्रित करता है.

पिछले एक साल से भी अधिक समय से 14,000 फीट से लेकर 17,000 फीट की ऊंचाई वाले इलाकों में बहुत कम तापमान में सेना ने अपनी तैयारियों को और पुख्ता किया है. गौरतलब है भारतीय वायुसेना चीन से मुकाबला करने के लिए लगातार अपने फाइटर विमानों और हेलीकाप्टरों की उड़ान क्षमता को निरंतर बेहतर बना रही है. जिसके लिए बड़े विमानों व फाइटर विमान उड़ाने के लिए एडवांस लैंडिंग ग्राउंड तैयार किए जा रहे हैं.

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बता दें कि लद्दाख में इस वक्त वायुसेना की स्थिति मजबूत है. पूर्वी लद्दाख में वायु सेना के हवाई बेड़े को और मजबूत बनाने के लिए इगला मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस मिसाइल प्रणाली को लगाया गया है. इसके अलावा वायुसेना लगातार राफेल व मिग-21 जैसे विमानों के आपरेशन चला रही है. वायुसेना ने पैंगोगत्सो व गोगरा की ऊंचाइयों पर कड़ी तैनाती की है.

LAC पर गरुड़ कमांडो बल के जवान तैनात

पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास अग्रिम स्थानों पर गरुड़ कमांडो बल के जवानों को तैनात किया गया है. लद्दाख से BJP सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने सोमवार को यह जानकारी दी. पिछले साल पांच मई को भारत और चीन की सेनाओं के बीच सीमा पर गतिरोध की शुरुआत हुई थी, जिसके बाद पैंगोग झील इलाके में दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. बाद में कई दौर की वार्ता के बाद दोनों देशों के सैनिक कई जगहों से पीछे हटे.

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