Joshimath Sinking: सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल सुनवाई से किया इनकार, क्या आज से गिराए जाएंगे होटल और घर?

Joshimath Sinking: उत्तराखंड के जोशीमठ में भू-धंसाव के कारण हजारों लोगों को अपने आशियाने छोड़कर पराए घरों में शरण लेनी पड़ रही है. जोशीमठ धंसने पर सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल सुनवाई के लिए याचिका दाखिल की गई थी लेकिन कार्ट ने इसे इनकार कर दिया है. उधर, आज से राज्य सरकार एक्शन में आ गई है और अधिक दरारों वाले होटलों और मकाने को गिराने का काम शुरू करेगी, यानि लोगों की सालों की मेहनत अब मिट्टी में मिलनी शुरू हो जाएगी. प्रशासन ने ऐसी जगहों को असुरक्षित जोन घोषित क्षेत्रों को खाली करा लिया है.
SDRF कमांडेंट, मणिकांत मिश्रा का कहना है कि 'होटल मलारी इन को गिराया जाएगा. इसे चरणबद्ध तरीके से गिराया जाएगा, ये होटल टेड़े हो गए हैं. इसे तोड़ना जरूरी है क्योंकि इसके नीचे भी कई घर और होटल हैं और अगर ये ज्यादा धंसेगा तो कभी भी गिर सकता है. CBRI के एक्सपर्ट आ रहे हैं वेअधिक तकनीकी जानकारी देंगे'.
'मेरा आर्थिक मूल्यांकन कर देना चाहिए'
मलारी इन के मालिक, ठाकुर सिंह राणा ने अपनी आपत्ति जताते हुए कहा है कि "मुझे केंद्र और राज्य सरकार से बहुत तकलीफ है. ये होटल जनहित में तोड़ा जा रहा है कोई बात नहीं मैं प्रशासन के साथ हूं. बस मुझे नोटिस देना चाहिए और मेरा आर्थिक मूल्यांकन कर देना चाहिए, मैं यहां से चला जाऊंगा. मेरा आग्रह है आर्थिक मूल्यांकन किया जाए".
गिराए जाएंगे असुरक्षित घर
जोशीमठ, चमोली के डीएम हिमांशु खुराना ने जानकारी देकर बताया है कि हमने असुरक्षित जोन घोषित किए हैं. वहां से लोगों को निकालने का सिलसिला जारी है, ज्यादातर लोगों को निकाल लिया गया है. सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट रुड़की की टीम यहां आ रही है, उनके दिशानिर्देश पर असुरक्षित घरों को ध्वस्त किया जाएगा.
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