Kedarnath Helicopter Crash: नौसिखिये पायलट के हाथ में थी हेलीकाप्टर की कमान! जानें क्या थी हादसे की वजह

 
Kedarnath Helicopter Crash: नौसिखिये पायलट के हाथ में थी हेलीकाप्टर की कमान! जानें क्या थी हादसे की वजह

Kedarnath Helicopter Crash: उत्तराखंड के केदारनाथ धाम के पास हेलीकाप्टर हादसे में 7 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. हादसा कैसे हुआ, इसका अलग-अलग तरीकों से विश्लेषण किया जा रहा है.

पायलट को पहाड़ी इलाकों में हेलिकॉप्टर उड़ाने का महज एक महीने का अनुभव था. सितंबर के महीने में पायलट ने आर्यन एविएशन ज्वाइन किया था. करीब एक महीने पहले उन्होंने सिंगल-इंजन बेल 407 उड़ाना शुरू किया था. अनिल सिंह को ज्यादातर तटीय इलाकों में हेलिकॉप्टर उड़ाने का अनुभव था. हाल ही में नई तरह की एयरक्राफ्ट को लेकर उड़ान भरी थी. जाहिर है जो हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुई उसमें हेलीकाप्टर उड़ाने का तजुर्बा पायलट को कम था.

Kedarnath Helicopter Crash: नौसिखिये पायलट के हाथ में थी हेलीकाप्टर की कमान! जानें क्या थी हादसे की वजह

क्या मौसम की वजह से हुआ Kedarnath Helicopter Crash?

विशेषज्ञों का मानना है कि केदारनाथ में हेलीकाप्टर हादसे के पीछे की वजह चुनौतीपूर्ण मौसम भी हो सकता है. केदरनाथ हादसे में जान गंवाने वाले पायलट का नाम अनिल सिंह था. सितंबर के महीने में उन्होंने आर्यन एविएशन ज्वाइन किया था. ऐसे में कुछ सवाल खड़े हो गए हैं कि क्या पहाड़ी इलाकों में एयरक्राफ्ट उड़ाने के लिए उन्हें सही ढंग से प्रशिक्षण दिया गया था.

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DGCA के अधिकारी ने कहा कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि खराब मौसम की वजह से हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है. दोनों ही माहौल में एयरक्राफ्ट को उड़ाने के लिए खास स्किल की जरूरत पड़ती है. समुद्र तल की ऊंचाई से उड़ाए जाने वाले मल्टी-इंजन हेलिकॉप्टर में ऑटोपायलट नहीं होता है. हालांकि तटीय इलाके में दोहरे इंजन वाले एयरक्राफ्ट को उड़ाना और पहाड़ी इलाकों में सिंगल इंजन वाले एयरक्राफ्ट को उड़ाना यह दोनों ही दो अलग-अलग चीजें हैं.

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