Kolkata Metro रेलवे के लिए ऐतिहासिक क्षण, कोलकाता में सुरंग के जरिये हुगली नदी के नीचे दौड़ी मेट्रो

  
Kolkata Metro रेलवे के लिए ऐतिहासिक क्षण, कोलकाता में सुरंग के जरिये हुगली नदी के नीचे दौड़ी मेट्रो

Kolkata Metro: भारत में कोलकाता मेट्रो ने एक और इतिहास रच दिया है. लंबे इंतजार के बाद देश की पहली मेट्रो हुगली नदी के नीचे दौड़ी है. कोलकाता के बीबीडीबाग महाकरण से हावड़ा मैदान स्टेशन तक मेट्रो रेल की रैक नंबर MR-612 ने पहली यात्रा की. इस रेक ने हुगली नदी को सुबह 11:55 बजे पार किया. इस दौरान रेड्डी के साथ मेट्रो के अतिरिक्त महाप्रबंधक एचएन जायसवाल, कोलकाता मेट्रो रेलवे कारपोरेशन लिमिटेड (KMRCL) के एमडी समेत मेट्रो के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. ट्रेन के पहुंचने के बाद रेड्डी ने हावड़ा स्टेशन पर पूजा की. भारत में पहली बार मेट्रो ने नदी के नीचे यात्रा पूरी की है.

इसकी गहराई सतह से 33 मीटर नीचे है. उम्मीद है कि मेट्रो के 45 सेकंड में हुगली नदी के नीचे 520 मीटर के हिस्से को कवर कर लेगी. यह सुरंग नदी में पानी की सतह से 32 मीटर की गहराई में बनाई गई है, जो अपने आप में इंजीनियरिंग का बेहतरीन नमूना है.

Kolkata Metro रेलवे के लिए ऐतिहासिक क्षण

मेट्रो रेलवे के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है क्योंकि कई बाधाओं को पार करने के बाद हम हुगली नदी के नीचे रेक चलाने में सफल हुए हैं. इस कार्य को पूरा करने में कई बाधाएं आई थी. मगर, सभी रुकावटों को पार करने के बाद हुगली नदी के नीचे बुधवार को रैक चलाने में हम सफल हुए हैं.

जल्द ही हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड तक 4.8 किलोमीटर के भूमिगत खंड पर ट्रायल रन शुरू किया जाएगा. उम्मीद है कि इस खंड पर वाणिज्यिक सेवाएं इस साल शुरू हो जाएंगी. एक बार यह खंड खुल गया, तो हावड़ा देश का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन होगा. हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड तक ट्रायल रन अगले सात महीनों तक चलेगा. पानी को सुरंग में घुसने से रोकने के लिए इन खंडों में फ्लाई ऐश और माइक्रो सिलिका से बने कंक्रीट का इस्तेमाल किया गया है.

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