Mamata Banerjee Pegasus Claim : पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने किया बड़ा दावा, कहा -NSO ने जासूसी सॉफ्टवेयर का दिया था ऑफर

 
Mamata Banerjee Pegasus Claim : पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने किया बड़ा दावा, कहा -NSO ने जासूसी सॉफ्टवेयर का दिया था ऑफर
Mamata Banerjee Pegasus Claim : पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee ) ने आज बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने कुछ साल पहले इस्राइली जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस (Pegasus) को खरीदने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था. बंगाल की मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर जासूसी करने के लिए स्पाइवेयर का इस्तेमाल स्वीकार्य नहीं है. ममता बनर्जी ने कहा, "वे अपनी जासूसी मशीनें बेचने के लिए हमारे पुलिस विभाग में आए थे. उन्होंने पांच साल पहले इसके लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की थी. यह ऑफर मेरे पास आया, मैंने कहा नहीं, हम ऐसी मशीनें नहीं खरीदना चाहते." उन्होंने कहा, "अगर यह राष्ट्र विरोधी गतिविधियों और सुरक्षा के लिए होती तो कुछ और हो सकता था. लेकिन इसका इस्तेमाल राजनीतिक कारणों से किया जाता है, इसका इस्तेमाल अधिकारियों और न्यायाधीशों के खिलाफ किया जाता है, जो स्वीकार्य नहीं हैं." एक राजनीतिक भूचाल तब खड़ा हो गया जब विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि पेगासस स्पाइवेयर केंद्र सरकार को बेचा गया और कथित तौर पर भारत में विपक्षी नेताओं, पत्रकारों और अन्य लोगों को लक्षित करने के लिए इस्तेमाल किया गया था. https://twitter.com/ANI/status/1504417364401848320 2019 में एक न्यूज़ वेबसाइट ने खुलासा किया कि भारत के 300 फोन एनएसओ के लीक डेटाबेस पर संभावित लक्ष्यों की सूची में थे. वही कंपनी जो पेगासस स्पाइवेयर की सप्लाई करता है. हालांकि यह साबित नहीं हुआ है कि सभी फोन हैक किए गए थे. रिपोर्ट के अनुसार राहुल गांधी, सुप्रीम कोर्ट के जजों, मंत्रियों, पत्रकारों, विपक्षी नेताओं के फोन संभावित निशाने पर थे. ममता बनर्जी ने कल आरोप लगाया था कि उनका फोन टैप किया जा रहा है. उन्होंने कहा था, "मेरा फोन टैप किया जा रहा है. अगर हम कुछ भी बात करते हैं, तो उन्हें पता चल जाएगा. तीन साल पहले, मुझे पेगासस खरीदने का प्रस्ताव भी मिला था. लेकिन मैंने इसे नहीं खरीदा। मैं गोपनीयता में हस्तक्षेप करने में विश्वास नहीं करती और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाना मुझे नापसंद है लेकिन कई भाजपा शासित राज्यों ने पेगासस को खरीद लिया था." उनका पेगासस का ऑफर मिलने का दावा तब सामने आया है जब भाजपा नेता अनिर्बान गांगुली द्वारा आरोप लगाया गया था कि ममता बनर्जी 2016 में सत्ता में आने के बाद से स्पाइवेयर का उपयोग कर रही थीं. पेगासस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट एक दर्जन याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है जिसमें पत्रकारों, विपक्षी राजनेताओं, न्यायाधीशों और अन्य प्रमुख लोगों पर निगरानी के लिए स्पाइवेयर के इस्तेमाल का आरोप लगाया गया है. केंद्र सरकार ने इन आरोपों का जोरदार खंडन किया है कि उसने जासूसी के लिए पेगासस सॉफ्टवेयर खरीदा था.

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